Thursday, November 20, 2025 |
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भारत अब 64,000 से अधिक पेटेंट के साथ दुनिया का छठा सबसे बड़ा पेटेंट फाइलर : डॉ. जितेंद्र सिंह

by Business Remedies
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Business Remedies/नई दिल्ली (IANS)। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) Dr. Jitendra Singh ने कहा कि भारत अब 64,000 से अधिक पेटेंट के साथ दुनिया का छठा सबसे बड़ा पेटेंट फाइलर बन गया है, जिनमें से 55 प्रतिशत से अधिक पेटेंट Indian innovators द्वारा दायर किए गए हैं। KIET Group of Institutions में वार्षिक टेक फेस्ट InnoTech 25 में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में innovators के दर्ज किए गए पेटेंटों में यह महत्वपूर्ण वृद्धि देश के तेजी से परिपक्व हो रहे innovation ecosystem और इसकी बढ़ती वैश्विक प्रतिस्पर्धा क्षमता को दर्शाती है। उन्होंने भारत के एक frontline scientific nation में बदलते स्वरूप पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा, “देश Global Innovation Index में 81वीं रैंक से 38वीं रैंक पर आ गया है, जो कि निरंतरता, ऐतिहासिक उपलब्धियों और देश के science and technology पर बढ़ते फोकस से हासिल की गई एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।” उन्होंने Chandrayaan-3, भारत में विकसित दुनिया की पहली DNA vaccine, स्वदेशी antibiotics और सफल gene-therapy trial जैसी उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ये उपलब्धियां भारत की बढ़ती scientific क्षमता और global leadership का प्रतिनिधित्व करते हैं।

केंद्रीय मंत्री Singh ने कहा कि InnoTech 25 जैसे event एक ऐसे बड़े national ecosystem को दर्शाते हैं, जो private partnership, deep-tech entrepreneurship और cross sector innovation को प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा समर्थित expo और conclave industry leaders, researchers, उद्यम पूंजीपतियों और युवा उद्यमियों को एक मंच पर साथ लाने को लेकर बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।

Dr. Jitendra Singh ने दोहराया कि भारत अब आने वाले समय में मजबूत public-private partnership के साथ अपनी अगली technological छलांग लगाने जा रहा है। उन्होंने social media प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “PM Modi के नेतृत्व में निर्मित मजबूत innovation ecosystem भारत के युवाओं को फायदा पहुंचा रहा है। साथ ही, startups से उभरने वाले entrepreneurship traditional job से बेहतर कर रहे हैं और सरकारी योजनाएं नए innovators को सशक्त बना रही हैं।”



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