नैसेंट IT Employees Senate (NITES) ने Tata Consultancy Services (TCS) पर आरोप लगाया है कि कंपनी पुणे में करीब 2,500 कर्मचारियों को Forced Resignation देने के लिए मजबूर कर रही है।
एनआईटीईएस के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह सलूजा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा, जिसमें प्रभावित कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की गई।
Allegations और Employees की स्थिति ⚠️
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प्रभावित कर्मचारियों में कई मध्यम से वरिष्ठ पेशेवर शामिल हैं, जिन्होंने 10-20 साल TCS में काम किया।
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कर्मचारियों की उम्र ज्यादातर 40 साल से ऊपर है।
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मौजूदा बाजार में नई नौकरी ढूँढना उनके लिए मुश्किल है, क्योंकि उन्हें Home Loan, बच्चों की फीस और बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल जैसी जिम्मेदारियां हैं।
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NITES का कहना है कि यह Industrial Dispute Act, 1947 का उल्लंघन है, क्योंकि कंपनी ने सरकार को सूचना नहीं दी और Severance Benefits नहीं दिए।
TCS का जवाब 📝
TCS ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा:
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“यह जानकारी गलत और शरारतपूर्ण है।”
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केवल सीमित संख्या के कर्मचारी प्रभावित हुए हैं।
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प्रभावित कर्मचारियों को उचित देखभाल और Retirement Benefits प्रदान किए गए हैं।
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जून में TCS ने अपने Global Workforce में लगभग 2% कटौती की योजना की घोषणा की थी, जिसमें 12,261 नौकरियां शामिल थीं।
आगे की कार्रवाई 🔍
NITES ने CM फडणवीस से Intervention की मांग की और सुनिश्चित करने को कहा कि सभी कर्मचारियों को कानून के तहत उनके अधिकार और लाभ मिले।
