भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (EFTA) के बीच हुआ Trade and Economic Partnership Agreement (TEPA) अब लागू हो चुका है। इस समझौते से भारत में करीब $100 Billion का निवेश आएगा और लगभग 10 Lakh प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होंगी।
कौन-कौन से देश शामिल हैं? 🌍
EFTA में स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन शामिल हैं। इस डील के बाद भारत और इन देशों के बीच व्यापार और निवेश और आसान होगा।
Piyush Goyal का बयान 📢
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह समझौता भारत का पहला ऐसा Trade Pact है जिसमें निवेश प्रतिबद्धता को शामिल किया गया है। इसका मकसद पार्टनर्स के बीच संतुलन और निष्पक्षता सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि चार EFTA देशों की कुल आबादी भले ही मुंबई शहर से भी कम है, लेकिन उनकी क्षमता और Commitment भारत के लिए काफी बड़ी है।
भारत में Opportunities 🚀
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TEPA के जरिए भारत में निवेश, मैन्युफैक्चरिंग, टेक्नोलॉजी और सर्विस सेक्टर में व्यापक अवसर खुलेंगे।
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Minister ने कहा कि भारत का Data Cost दुनिया में सबसे कम है – अमेरिका की तुलना में सिर्फ 3% और ग्लोबल एवरेज से 10% कम।
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उन्होंने Nestle India और ABB India जैसी कंपनियों के Example देते हुए कहा कि भारत अब सिर्फ बड़ा Market नहीं, बल्कि Global Expansion Hub बन चुका है।
Symbolic Start ✨
गोयल ने कहा कि यह समझौता विजयादशमी और नवमी के शुभ समय पर लागू हुआ है, जो Prosperity, Clarity और Good over Evil की जीत का प्रतीक है।
Bigger Picture 📈
TEPA सिर्फ Tariff Reduction या Investment तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक Stable, Predictable और Reliable Framework देगा, जो Global Investors का Trust बढ़ाएगा और दुनिया को दिखाएगा कि भारत और EFTA Sustainable Growth के लिए committed हैं।
