Thursday, December 25, 2025 |
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नवम्बर में व्यापार घाटा कम होकर 24.53 अरब डॉलर रह गया, निर्यात में बड़ा उछाल

by Business Remedies
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नवम्बर में व्यापार घाटा कम होकर 24.53 अरब डॉलर रह गया, निर्यात में बड़ा उछाल

बिजनेस रेमेडीज/जयपुर। हाल ही में जारी किए गए सरकारी आंकड़ों में जानकारी सामने आई है कि भारत का वस्तु व्यापार घाटा नवम्बर माह में अक्टूबर के मुकाबले तेजी से घटा है। अक्टूबर में ट्रंप टैरिफ के दबाव के चलते यह 41.68 अरब डॉलर था। नवम्बर में यह कमी भारत के मजबूत निर्यात और कम किए आयात की वजह से हुई है। इससे बिजनेस ग्रोथ का संकेत मिल रहे हैं।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लागू टैरिफ को 50 फीसदी कर दिया था, जिसका शुरुआती असर तमाम सेक्टर्स पर देखने को मिला। बीते 27 अगस्त से लागू हुए ट्रंप टैरिफ का असर अब कम होता नजर आ रहा है। इस टैरिफ का भारत की इकोनॉमी पर कोई असर नहीं दिख रहा है। नवम्बर माह में भारतीय निर्यातकों ने भी दम दिखाया है। महीने में भारतीय निर्यात के आंकड़े में बड़ा उछाल देखने को मिला। साथ ही आयात में भी गिरावट दर्ज की गई है। साथ ही ट्रंप टैरिफ के बावजूद भारत का व्यापार घाटा बीते महीने कम हुआ है। अमरीका की ओर से लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ के बावजूद भारत ने कमाल किया है।

व्यापार घाटा कम हुआ
बीते नवम्बर में निर्यात में इजाफा होने से भारत का व्यापार घाटा कम हुआ है। व्यापार घाटे में ये गिरावट इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स और जेम्स एंड ज्वेलरी सेक्ट के अच्छे प्रदर्शन से आई है। नवम्बर में भारत का व्यापार घाटा कम होकर 24.53 अरब डॉलर रह गया है, जबकि एक साल पहले ये आंकड़ा 31.93 अरब डॉलर था। हाल ही में जारी आंकड़ों से पता चलता है कि भारत का वस्तु व्यापार घाटा नवम्बर में अक्टूबर के मुकाबले तेजी से घटा है। अक्टूबर में टैरिफ के दबाव के बीच ये 41.68 अरब डॉलर था। ट्रेड डेफिसिट में गिरावट व भारत के मजबूत निर्यात और कम किए गए आयात के कारण बिजेनस ग्रोथ का संकेत देता है।

सितंबर-अक्टूबर में दिखा ट्रंप टैरिफ का असर
अमरीका की ओर से भारत पर पहले 25 फीसदी टैरिफ लगाया था और इसके बाद ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल और हथियारों की खरीद, यूक्रेन युद्ध में व्लादिमीर पुतिन की आर्थिक मदद करने का आरोप लगाते हुए इसे दोगुना कर 50 फीसदी कर दिया था। सितंबर और अक्टूबर में निर्यात पर इसका बड़ा विपरीत असर देखने को मिला था, लेकिन भारत की तगड़ी रणनीति ने टैरिफ के असर को कमजोर कर दिया।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक नवम्बर में हुए निर्यात ने इस साल अक्टूबर में हुए नुकसान की भरपाई कर दी। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय निर्यात नवम्बर में 19.37 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 38.13 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जबकि बीते महीने भारतीय आयात में 1.88 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और ये घटकर 62.66 अरब डॉलर रह गया। नवम्बर भारत के आयात और निर्यात के लिहाज से अच्छा रहा। सर्विस सेक्टर भी मजबूत बना रहा, अकेले भारत का अमरीका को निर्यात नवम्बर में पिछले वर्ष की तुलना में 1.3 अरब डॉलर बढक़र 6.98 अरब डॉलर तक पहुंच गया।

अप्रैल से नवम्बर तक बढ़ा था आयात
अप्रैल से नवम्बर तक की अवधि में भारत के आयात-निर्यात के आकड़े पर नजर डालें, तो इस अवधि में माल निर्यात बढक़र 292.07 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जबकि आयात बढक़र 515.21 अरब डॉलर हो गया। इस अवधि के दौरान अमरीका को निर्यात 59.04 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो एक वर्ष पहले की समान अवधि में 53.01 अरब डॉलर से अधिक है। अन्य व्यापारिक साझेदारों में संयुक्त अरब अमीरात को भारत का निर्यात 25.49 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जबकि आयात 40.81 अरब डॉलर रहा। इसके अलावा चीन से आयात बढक़र 84.27 अरब डॉलर हो गया, जबकि रूस से आयात घटकर 40.81 अरब डॉलर रह गया। अमरीकी टैरिफ जैसे बाहरी झटकों से अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने तमाम कदम उठाए हैं। इनमें टैक्स कट से लेकर निर्यात प्रोत्साहन और श्रम सुधार शामिल हैं। सरकार के ये कदम भारत को वैश्विक व्यापार चुनौतियों से निपटने में मदद कर रहे हैं।

– भारत के लिए यह अच्छे संकेत हैं। विदेशों में भारत अपनी अच्छी साख बना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति कर रहा है। आने वाले समय में भारत का एक्सपोर्ट और बढ़ेगा। आने वाले बजट से भी उम्मीद है कि सरकार एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए कुछ न कुछ स्कीम लेकर आएगी। अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से लगाए टैरिफ का भी असर अब कमजोर हो रहा है।
– सुरेश अग्रवाल, अध्यक्ष, फोर्टी



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