विश्व बैंक की टीम ने शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी से भेंट की
जयपुर/कासं। विश्व बैंक की टीम ने मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान में कक्षा एक से 12 तक के स्थापित एकीकृत विद्यालयों, राजकीय विद्यालयों में नामांकन वृद्धि, विद्यालयों में कम्प्यूटर शिक्षा तथा गुणवत्ता के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की है।
जानकारी के अनुसार विश्व बैंक के चार सदस्यीय एक दल ने राज्य के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी से भेंट की। इस दौरान इस दल को जब देवनानी ने राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी तो विश्व बैंक की टीम ने ‘राजस्थान शिक्षा मॉडल’ की सराहना करते हुए विश्वास दिलाया कि प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं के लिए विश्व बैंक हर संभव सहयोग करेगा। विश्व बैंक के दल ने यह भी बताया कि विश्व बैंक शिक्षा के संबंध में जो दस्तावेज तैयार कर रहा है, उसमें राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र में हुए सुधार और दूसरी महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन से प्रदेश के विद्यालयों मं बढ़े नामांकन के अनुभवों को सम्मिलित करेगा ताकि दूसरे राज्य भी इस तरह के प्रयोग अपने यहां कर सके।
शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने विश्व बैंक के दल को कहा कि राजस्थान में निजी क्षेत्र की सहभागिता से राजकीय विद्यालयों के सुदृढ़ीकरण की महत्ती पहल की गई है परन्तु राज्य सरकार यह चाहती है कि प्रदेश के प्रत्येक स्कूल में एक आईसीटी लैब हो, ताकि विद्यार्थियों को अत्याधुनिक सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी की शिक्षा मिल सके। उन्होंने विद्यालयों में आधारभुत सुविधाओं के विकास, वहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों में विश्व बैंक द्वारा सहयोग करने की भी मांग रखी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि राजस्थान देश का उत्कृष्ट शिक्षा राज्य बने। इसके लिए विद्यालयों में खेल के मैदान, वाई-फाई कनेक्शन, बच्चों की सीखने की अधिकाधिक गतिविधियों का एक मानक बनाया जा रहा है। इस सबमें यदि विश्व बैंक सहयेाग करे। उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी विद्यालयों के प्रति आकर्षण बढऩे का ही परिणाम है कि नामांकन में 17 लाख की वृद्धि हुई है।
उन्होंने विद्यालयों को और अधिक बेहतर करने के प्रयायों में उन्होंने विश्व बैंक द्वारा सहयोग करने पर जोर दिया। इस पर विश्व बैंक के सदस्यों ने विश्वास दिलाया कि सर्व शिक्षा अभियान और माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत मिले प्रस्तावों पर विश्व बैंक सकारात्मक रूप में विचार कर हर संभव सहयोग करेगा।