नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने एक ऐसा चौंकाने वाला खुलासा किया जिसके मुताबिक देश के करीब 53 लोग वर्तमान में इंग्लैंड में रह रहे हैं जिन पर मनी लांड्रिंग के तहत केस दायर है लेकिन हैरानी की बात यह है कि इनके प्रत्यर्पण के लिए न तो प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) ने और न ही गृह मंत्रालय मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय को कोई रिक्वैस्ट की है। हालांकि इस संबंध में विदेश मंत्रालय का कहना है कि मंत्रालय को केवल विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए सी.बी.आई. ने निवेदन किया था। उल्लेखनीय है कि ये सभी लोग बैंकों का पैसा डकार चुके हैं। विदेश मंत्रालय ने उन सभी लोगों का पूरा विवरण मुहैया करवाने को कहा है जिन पर पी.एम.एल.ए. के तहत मामला दर्ज है और जिन्हें भगौड़ा घोषित कर दिया गया है। मंत्रालय का यह भी कहना है कि ऐसे लोगों के प्रत्यर्पण के संबंध में अगर गृह मंत्रालय से उनकी बात होती है तो विदेश मंत्रालय भारत-यू.के. के बीच 1992 में हुई म्यूचुअल लीगल असिस्टैंट ट्रीटी के तहत उन्हें देश में वापस लाने का पूरा प्रयास करेगा। विदेश मंत्रालय ने यह भी स्वीकार किया कि ई.डी. ने उन 53 भगौड़ों की शिकायत की है लेकिन न तो ई.डी. ने और न ही गृह मंत्रालय ने प्रिवैंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट 2002 के तहत उनके प्रत्यर्पण का निवेदन किया है। विदेश मंत्रालय ने 53 लोगों के नाम भी उपलब्ध करवाए हैं जिन पर मनी लांङ्क्षड्रग के मामले दर्ज हैं।
विजय माल्या सहित 53 लोगों पर मनी लांड्रिंग का केस, सभी भागे इंग्लैंड
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