जयपुर- एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक एक्जिम बैंक ऑफ इंडिया ने राजस्थान में अनूठी हैंडीक्रॉफ्ट्स को सहयोग देने के लिहाज से महिला कारीगरों के कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में उन हुनरमंद महिलाओं को शामिल किया गया, जो कांठा और पटवा शिल्प के इस्तेमाल से सजावट की घरेलू वस्तुओं और फैशन एक्सेसरीज का निर्माण करती हैं। अनूठी एक स्वैच्छिक संगठन है जो महिलाओं को आजीविका के साधन उपलब्ध कराने के साथ गुणवत्तापूर्ण हस्तशिल्पों को बढ़ावा देते हुए महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में काम कर रहा है।
अपने पिछले सहयोग कार्यक्रम में एक्जिम बैंक ने राजस्थान में ब्लॉक प्रिंटिंग पर 200 महिलाओं के लिए एक कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें शुरुआत में 50 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया था, जिन्हें बाद में अनूठी ने अपने साथ शामिल कर लिया। इस गु्रप में से 20 महिलाओं को वर्ष 2015 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद के सहयोग से आयोजित डिजाइन डेवलपमेंट वर्कशॉप का हिस्सा बनने का अवसर मिला था।
जयमाला गुप्ता, संस्थापक, अनूठी हैंडीक्रॉफ्ट्स का कहना है कि एक्जिम बैंक द्वारा आयोजित प्रशिक्षण और कार्यशाला का शुक्रगुजार होना चाहिए। दरसअल यह भारत की ग्रामीण और विरासत कला को बढ़ावा देने के स्पष्ट उद्देश्यों के साथ शुरू की गई बहुत ही पेशेवर, परेशानी मुक्त और एक दूरदर्शी परियोजना थी। एक्जिम बैंक के जनरल मैनेजर दीपाली अग्रवाल का कहना है कि भारतीय पारंपरिक कला और शिल्प को संरक्षित करने की जिम्मेदारी एक्जिम बैंक ने ली है। अब तक कौशल विकास से जुड़ी ऐसी अनेक कार्यशालाएं देशभर में आयोजित की गई हैं। यह हस्तशिल्प का एक रूप है और उत्पाद पर्यावरण के अनुकूल हैं। यह क्षेत्र स्थायी आजीविका को बढ़ावा देता है।
