नई दिल्ली- दलहनों में मुनाफावसूली बिकवाली आने एवं दली हुई दाल की बिक्री पूरी तरह ठण्डी पड़ जाने से उड़द-तुवर में 100 रुपए और निकल गये। दाल मिलों की मांग नगण्य रह जाने तथा आयातक हाजिर कंटेनर के भाव घटाकर बोलनेे लगे, जिससेे 100 रुपए का और मंदा लगने लगा है। इसके अलावा मूंग, मसूर में भी 100 रुपए निकल गए। राजमा चित्रा भी 100 रुपए घटाकर बोला गया। चीनी भी मिलों में 10 रुपए मुलायम हो गयी। तिलहनों में सरसों व सोयाबीन 40/50 रुपए सुर्ख रहे जिससे तेल सोया 20 रुपए मजबूत हो गया। किराने में हल्दी इरोड, निजामाबाद लाइन में दो/ढाई रुपये किलो बिल्टी में तेज हो गयी। यहां भी बाजार बढिय़ा माल के उछल गये। राई भी 300 रुपए बढ़ गयी। उधर बिहार में आई भयंकर बाढ़ से उत्तर-पूर्व बिहार के क्षेत्रों मे मखाने की निकासी पूरी तरह ठप पड़ गयी है, जिससे किसी भी भाव में माल न मिलने से यहां दो दिनों में 40/50 रुपए प्रति किलो का उछाल आ गया है।
अनाज-दाल
तुवर में दाल मिलों की मांग ठण्डी पड़ जाने एवं तेजी-मंदी के व्यापार वाले स्टॉकिस्टों की घबराहटपूर्ण बिकवाली आने से 100 रुपए और टूटकर लैमन के भाव 4200/4225 रुपए प्रति क्विंटल रह गये। गत एक सप्ताह के अंतराल इसमें 400/450 रुपए मुम्बई, दिल्ली, चेन्नई में निकल गये। उड़द भी 100/125 रुपए और गिरकर एसक्यू 5400/5425 रुपए एवं एफएक्यू 4300 रुपए रह गया। चंदौसी लाइन का उड़द भी 4500 रुपए के निम्नस्तर पर आ गया। मसूर भी 50/100 रुपए और गिरकर कनाडा वाली 3750/3775 रुपए तथा बिल्टी में 3900/3950 रुपए रह गयी। दाल व मलका में भी 200 रुपए निकल गये। मूंग भी ग्राहकी के अभाव में 100 रुपए और घटकर यूपी 4400/4600 रुपए तथा रांची की 4800/4900 रुपए रह गयी। राजमा चित्रा में भी 100 रुपए और निकल गये।
तेल-तिहलन
तेल मिलों की मांग निकलने तथा स्टाकिस्टों की बिकवाली कमजोर होने से सरसों के भाव 50 रुपए बढ़कर 3600/3700 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। सीमित बिकवाली के कारण सोया तेल 20 रुपए सुधरकर 6970 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। जबकि मांग कमजोर होने से बिनौला तेल के भाव 150 रुपए गिरकर 6500 रुपए प्रति क्विंटल रह गये।
घटे भाव पर मांग निकलने से गुड़ लड्ïडू के भाव 50 रुपए सुधरकर 3650/3750 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। जबकि चाकू व ढइया के भाव उठाव न होने से पूर्वस्तर पर सुस्त रहे। ग्राहकी का समर्थन न मिलने से 10 रुपए घटकर चीनी मिल डिलीवरी के भाव 3700/3800 रुपए प्रति क्विंटल रह गये।
किराना-मेवे
हाजिर में माल की कमी होने से हल्दी मोटी फली के भाव 300/400 रुपए बढ़ाकर 11800/12000 रुपए क्विंटल बोले जा रहे थे। उत्पादन केन्द्रों के तेज समाचार से राई भी 300 रुपए बढ़कर 6200/6300 रुपए हो गई। बिहार में बाढ़ आने के कारण वहां से माल न आने से मखाना भी 40/50 रुपए उछलकर 370/420 रुपए किलो पर जा पहुंचा।
मेवों में इसबार पाकिस्तान से नए छुहारे की क्वालिटी बेहतर आने से लाल माल के भाव ऊपर में 7000 की बजाए 8500 रुपए क्विंटल बोले जा रहे थे। कर्नाटक की मंडियों से माल न आने और दिवाली तक खपत सीजन होने से गोला गत्ता बॉक्स में 500 रुपए और बढ़कर 13000/14500 रुपए क्विंटल पर पहुंच गया। (एनएनएस)