नई दिल्ली। आवक कमजोर होने तथा मांग निकलने से एक पखवाड़े के दौरान बिनौला खल के भाव 300 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गये। नया माल आने तक इसमें मंदे की संभावना नहीं है।
घटे भाव पर बिकवाली कमजोर होने से लगभग एक पखवाड़ के अंतराल में बिनौला खल के भाव 300 रुपए बढक़र 2000/2300 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। गत वर्ष इन दिनों इसके भाव 3000/3150 रुपए प्रति क्विंटल थे। भटिंडा मंंडी में भी सीमित बिकवाली के कारण बिनौला खल के भाव 250/300 रुपए बढक़र 2150/2250 रुपए प्रति क्विंटल पर हो गये। उक्त अवधि के दौरान पंजाब की मंडियों में बिनौले के भाव 300 रुपए बढक़र 2350/2400 रुपए प्रति क्विंंटल हो गये। सटोरिया लिवाली बढऩे से एनसीडीएक्स में बिनौला खल अक्तूबर डिलीवरी में तेजी का रूख रहा। कपास का उत्पादन मुख्यत: हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, महाराष्टï्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्य प्रदश्ेा इत्यादि राज्य में होता है। हालांकि चालू सीजन के दौरान देश में कपास की बिजाई 91 लाख हेक्टेयर के लगभग हुई है। जो गत वर्ष की तुलना में अधिक है। बिजाई अधिक होने तथा अनुकूल मौसम होने के कारण देश में कपास का उत्पादन बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही थी। लेकिन हाल ही में देश की कुछ भागों में वर्षा व बाढ़ के कारण कपास की फसल प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जाने लगी है। वर्तमान हालात को देखते हुए नया माल आने तक बिनौला खल की कीमतो में ज्यादा घटने की गुंजाइश नहीं है बाजार 100/200 रुपए की उतार-चढ़ा के बीच में घूमता रह सकता है।(एनएनएस)
