वाशिंगटन/एजेंसी- अमेरिका ने कहा है कि अफगानिस्तान से बलों की वापसी के लिए कोई समय सारिणी नहीं है। इसके साथ ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका युद्ध ग्रस्त देश में एक ”सम्मानजनक एवं स्थायी” परिणाम तक पहुंचने की कोशिश करेगा। ट्रंप ने कहा कि विदेश नीति संबंधी सभी निर्णयों में उनका प्रशासन अमेरिकियों की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखेगा। अफगानिस्तान एवं दक्षिण एशिया के बारे में ट्रंप ने अपनी नीति की घोषणा करते हुए अमेरिकी बलों की जल्दबाजी में वापसी से इनकार किया था।
उन्होंने नेवादा के रेनो में एक अमेरिकी लीजन सम्मेलन में पूर्व सैन्य कर्मियों से कहा, ”हम अफगानिस्तान में एक सम्मानजनक एवं स्थायी परिणाम हासिल करने की कोशिश करेंगे, जो हमारे बलों द्वारा दिए गए बलिदान के अनुकूल हो। हम हमारे जवानों को वे उपकरण मुहैया कराएंगे जिनकी उन्हें आवश्यकता है। हम उन पर वह भरोसा करेंगे जो उन्होंने लडऩे एवं जीतने के लिए हासिल किया है।
इससे कुछ ही दिन पहले ट्रंप ने कहा था कि यह निर्णय लिया गया है कि अफगानिस्तान एवं दक्षिण एशिया में अमेरिका की रणनीति में नाटकीय बदलाव आएगा और अमेरिकी बल ‘जीतने के लिए लड़ेंगे’। ट्रंप ने कमांडर इन चीफ के रूप में पहली बार प्राइम टाइम में टेलीविजन पर प्रसारित अपने संबोधन में पाकिस्तान को आतंकवादियों को पनाहगाह मुहैया कराने के लिए कड़ी चेतावनी दी थी और अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए भारत से और योगदान देने की अपील की थी।
इस बीच, व्हाइट हाउस में प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने संवाददाताओं से कहा कि अफगानिस्तान से बलों की वापसी के लिए कोई समय सारिणी नहीं है। उन्होंने कहा, कि जैसा कि राष्ट्रपति ने कई बार पहले भी कहा है, वह कोई समय सारिणी नहीं बनाएंगे। हम पूर्ववर्ती प्रशासनों की गलती दोहराना नहीं चाहते। वह अफगानिस्तान से बलों की वापसी का सही समय तय करने के लिए जनरलों, मैदान पर तैनात जवानों और परिस्थितियों पर निर्भर करेंगे। सारा ने कहा कि अफगानिस्तान में बलों की संख्या में वृद्धि संबंधी कोई भी घोषणा रक्षा मंत्रालय करेगा। हालांकि सिलिकॉन वैली से कांग्रेस के भारतीय अमेरिकी सदस्य रो खन्ना ने अफगानिस्तान से बलों की वापसी की अपील की। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों को स्पष्ट रूप से और निडर होकर यह कहना चाहिए- हम वापसी चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अतिरिक्त सुनवाई, एक बेहतर रणनीति या अधिक सावधानी से समीक्षा की अपील करने वाले निरर्थक बयान नहीं देने चाहिए।