Saturday, March 22, 2025 |
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भारत के 10 खूबसूरत नेचुरल स्थानों पर लगता हैं पर्यटकों का जमावडा़

by admin@bremedies
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ट्रेवल डेस्क/एजेंसी- भारत अपनी विविध प्रकार की संस्कृति के लिए विश्व विख्यात है, लेकिन यहां के पयर्टन स्थल भी हमेशा लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचते हैं। इंडिया को जानने और समझने के साथ-साथ यहां घूमने के लिए काफी संख्या में टूरिस्ट आते हैं। भारत में कई ऐसे स्थान है जहां हमेशा पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है।

नुब्रा वैली, लद्दाख

नुब्रा वैली को फूलों की घाटी भी कहते हैं। यह लद्दाख की बेहद खूबसूरत जगहों में से एक है। अगर आप अपने पार्टनर के साथ छुट्टियां बिताने के लिए किसी खास जगह पर जाना चाहते हैं तो यहां जरूर जाएं। हालांकि, नुब्रा वैली जाने के लिए आपको परमिट लेना जरूरी है। इसकी वजह यह है कि यहां जाने के लिए खरदुंग ला पास को पार करना होतो है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा पास है।

स्टोक रंज, लद्दाख

लद्दाख में 11 हजार 845 फुट की ऊंचाई पर स्टोक रेंज में स्टोक कांगड़ी पर्वतारोहियों के बीच काफी लोकप्रिय पर्वत है। जानकारी के अुनसार यह दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर में से एक है। एवरेस्ट पर्वत की चढ़ाई करने से पहले स्टोक रेंज पर चढऩा एक प्रैक्टिस माना जाता है।

लेह

जम्मू-कश्मीर के लद्दाख जिले का प्रमुख नगर है लेह। यह सिंधु नदी के किनारे और 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बसा है। यहां आने वाले टूरिस्ट कहते हैं कि लेह में जमीन पर स्वर्ग का अहसास होता है। इस जगह की खूबसूरती का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यहां आप बादलों को छू सकते हैं, क्योंकि वह आपके बहुत नजदीक होते हैं। यहां ट्रैकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं। माउंटेन और नदियों के अलावा यहां कई ऐतिहासिक इमारतें भी हैं। यहां स्थित बौद्ध मठ में काफी संख्या में बौद्ध भिक्षु रहते हैं।

मुन्नार के चाय बागान, केरल

12 हजार हेक्टेयर में फैले चाय के खूबसूरत बागान मुन्नार की खासियत है। साउथ इंडिया में अधिकतर चाय का निर्यात यहीं के बागानों से होता है। इसके साथ ही यहां वन्य जीवन को भी काफी करीब से देखा जा सकता है।

नोहकलिकाई फॉल्स, चेरापूंजी

मेघालय में नोहकलिकाई फॉल्स स्थित है, लेकिन चेरापूंजी के नजदीक यह बेहद आकर्षण झरना है। चेरापूंजी बहुत ज्यादा बारिश वाले क्षेत्र के लिए जाना जाता है और इस झरने के पानी का स्त्रोत बारिश ही है। इस झरने की खासियत यह है कि ये 335 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। यही नहीं, झरने के नीचे एक तालाब बना हुआ है, जिसमें गिरता हुआ पानी हरे रंग का दिखाई देता है।

माथेरन

इंडिया का यह सबसे छोटा हिल स्टेशन मुंबई से 90 किमी की दूरी पर है। ब्रिटिश राज में माथेरन एक लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेस था। यह मुंबई में ब्रिटिश अधिकारियों की पहली पसंद थी। यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा बेहद खास होता है।

नंदा देवी

नंदा देवी पर्वत उत्तराखंड राज्य में गढ़वाल जिले में स्थित है। इस पर्वत शिखर में दो जुड़वा चोटियां हैं, जिनमें से नंदा देवी चोटी समुद्रतल से 25 हजार 645 फुट की ऊंचाई पर है। लोगों का कहना है कि शिवजी की पत्नी नंदा आज भी यहां निवास करती हैं।

मिज़ोरम

मिज़ोरम में पहाडयि़ां सदाबहार वनों से ढकी हुई हैं। इसका एरिया करीब 18 हजार 775 वर्ग किलोमीटर है। इन जंगलों में हाथी, बाघ, भालू, हिरण समेत कई जानवर पाए जाते हैं।

लोनार सरोवर, महाराष्ट्र

लोनार झील महाराष्ट्र के बुलगाढ़ा जिले में स्थित है। यह खारे पानी की झील है। बताया जाता है कि यह आकाशीय उल्का पिंड की टक्कर से बना था। इसके बनते वक्त करीब 10 लाख टन के उल्का पिंड आपस में टकराए थे। आज भी साइंटिस्ट इस पर रिसर्च कर रहे हैं कि जो टक्कर हुई थी, वो उल्का पिंड और अर्थ के बीच हुई या फिर कोई ग्रह पृथ्वी से टकराया था।

यूमथांग वैली, सिक्किम

यूमथांग वैली को सिक्किम का स्विट्जरलैंड भी कहते हैं। यह समुद्र तल से करीब 3 हजार 564 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह इलाका फूलों की घाटी के रूप में मशहूर है। यही नहीं, यह घाटी हिमालय पर्वतों से घिरी हुई है, जो देखने में बेहद खूबसूरत लगती है।



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