नई दिल्ली। मसूर में गत 10 दिनों से लगातार तेजी के बाद मुनाफावसूली बिकवाली से 100/150 रुपए की करैक्शन आ गयी है। अभी इसमें 100 और घटेंगे, उसके बाद बिल्टी का व्यापार 700 रुपए बढक़र होगा।
मसूर गत 10 दिनों में 3600 रुपए की बिल्टी 4300 रुपए प्रति क्विंटल पहुंचने के बाद आज 4150 रुपए भाव बोले गये। कनाडा की मसूर भी 3950 रुपए यहां रह गयी है। यह ऊपर में 4050/4100 रुपए बन गयी थी। $गौरतलब है कि विदेशों से मसूर की लोडिंग काफी घट गयी है तथा घरेलू माल का स्टॉक किसी भी मंडी में ज्यादा नहीं है। आवक भी चौतरफा टूट गयी हैै। इसे देखते हुए वर्तमान में मंदे की करैक्शन में खरीद करनी चाहिए। कनाडा की फसल में पोल एवं घरेलू फसल की बिजाई भी डेढ़ महीने बाद होगी।
वर्तमान भाव में मसूर का व्यापार थोड़ा रुककर फिर भरपूर लाभदायक रहेगा। हम मानते हैंं कि मसूर की नई फसल कनाडा में अगले महीने आ जाएगी, लेकिन इस बार वहां बिजाई कम होने के साथ-साथ प्रतिकूल मौसम होने से फसल में फली कम लगने की खबर आ रही है तथा गत दो वर्षों से आयातकों को नुकसान लगने से सितम्बर-अक्टूबर शिपमेंट का व्यापार केवल 20 प्रतिशत हो रहा है। यही कारण है कि गत 10 दिनों में 800 रुपए की इसमें तेजी आ गयी थी। अभी थोड़ा बाजार प्रोफिटेकिंग से सुस्त पड़ गया है। गत वर्ष इन दिनों 5600/5650 रुपए का व्यापार हुआ था, जो इस समय 3950 रुपए यहां रह गयी है। बिल्टियों का व्यापार 4100 रुपए का रह गया है। घरेलू उत्पादन चालू वर्ष में 28 से 30 प्रतिशत कम रहा, लेकिन बाहर के हल्के माल हर भाव में आते गये। यही कारण है कि यहां स्टॉक के माल आयातकों के गले में फंसा हुआ है। घरेलू बिजाई दो महीने बाद होगी तथा सब्जियां काफी महंगी चल रही हैं। इसे देखते हुए इसमें मंदा अब बिल्कुल नहीं लग रहा है। चालू माह के अंतराल ग्राहकी निकलने पर 400 रुपए की फिर तेजी आ सकती है।
(एनएनएस)
फिर बढ़ सकते हैं मसूर के भाव
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