जयपुर/कासं। राज्य के विभिन्न विभागों में करीब 45 हजार वाहन खड़े हैं जिन्हें जब्त किया गया है, जो सरकारी जगह घेरते हैं। ऐसे में जयपुर चैम्बर ने सरकार से मांग की है कि जब्त वाहनों का निपटारा शीघ्रता से किया जाये, ताकि राष्ट्रीय क्षति को बचाया जाना संभव बनें। जयपुर चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्री के अध्यक्ष अशोक धूत एवं मानद सचिव अजय काला के अनुसार राज्य के आरटीओ, डीटीओ, पुलिस थानों सहित सरकारी विभागों में जब्त करीब 45 हजार वाहनों की हालत कबाड़ जैसे होने पर जयपुर चैम्बर ने चिंता जताई है कि ये वाहन सरकारी जमीन को भी रोके हुये हैं। जयपुर चैम्बर ने इस बारे में पूर्व भी सरकार का ध्यान आकर्षित किया था और बताया था कि यदि इनके निपटान की एक ठोस नीति तैयार हो जाये तो वाहनों के जब्ती वादों का निपटारा शीघ्रता से किया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि 44660 वाहन पिछले 10 सालों से अधिक जब्त किये हुये हैं। इनमें 33 हजार से ज्यादा मोटरसाइकिलें और नौ हजार से ज्यादा कार, जीपें, बस, ट्रक सहित अन्य चौपहिये वाहन शामिल हैं। जयपुर चैम्बर ट्रांसपोर्ट कमेटी के संयोजक सुमेर कुमार जैन का यह भी कहना है कि जो वाहन मालिक इन वाहनों को लेने नहीं आते, ऐसे वाहनों को नीलामी करने पर भी विचार किया जाना चाहिये, ताकि वाहनों के नवीनीकरण और रोड टैक्स के रूप में सरकार को राजस्व प्राप्त हो और वाहन भी कबाड़ होने से बचें।
