हेल्थ डेस्क।- मोतियाबिंद सर्जरी के बाद ‘आई-ड्रॉप्स’ डालने के लिए विशेष सावधानी की जरूरत होती है, क्योंकि मोतियाबिंद की सर्जरी की सफलता पूरी तरह से ‘आई-ड्रॉप्स’ पर निर्भर होती है। मोतियाबिंद की सर्जरी का लाभ तभी मिल सकता है जब आप अपनी आंख में सही तरीके से ‘आई- ड्रॉप्स’ डालेंगे। अगर ‘आई-ड्रॉप्स’ आंखों में ठीक प्रकार से नही जाता तो सर्जरी का कोई को भी फायदा आपको नही होगा। मोतियाबिंद दृष्टि को प्रभावित कर सकता है। मोतियाबिंद अंधापन का दूसरा प्रमुख कारण भी है।
आंखों को कुछ देर बंद रखें : यदि ड्राप्स आंख में एक से अधिक डालनी है तो एक बूंद डालने के बाद दूसरी ड्राप डालने पर थोड़ा सा इंतजार करें। ‘आई-ड्रॉप्स’ डालने के कुछ देर तक आंखें बंद रखें और अगर अतिरिक्त दवा आंख से बाहर आ गई है तो उसे टिश्यु पेपर से साफ कर दें।
बॉटल को तुरंत कवर करें: ‘आई-ड्रॉप्स’ डालने के बाद ड्रॉप्स की बॉटल को तुरंत कवर कर दें। इसे ऐसी जगह पर रखें जो साफ हो और बच्चों की पहुंच से दूर हो। यह भी सुनिश्चित कर लें कि ‘आई-ड्रॉप्स’ का ड्रापर हमेशा साफ़ रहे।
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