नई दिल्ली। सितंबर में सर्विसेज एक्टिविटी सुस्त होकर चार महीने के निचले स्तर पर आ गई। इसकी वजह डिमांड में कमजोरी और नए ऑर्डर इनफ्लो में सुस्ती है। निक्केई/ढ्ढ॥स् मार्केट सर्विसेज पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स सितंबर में गिरकर 50.9 रह गया, जो अगस्त में 51.5 था। इस इंडेक्स के 50 से ऊपर रहने का मतलब ग्रोथ और उससे नीचे डीग्रोथ होता है। रिपोर्ट तैयार करने वाले अर्थशास्त्री ने कहा डिमांड में कमी के चलते इंडियन सर्विसेज इकनॉमी की ग्रोथ सितंबर में सुस्त हो गई। प्रॉडक्शन ग्रोथ में बढ़ोतरी होने से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मामूली सुधार आने के बावजूद मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज का कंपोजिट पीएमआई सितंबर में गिरकर चार महीने के निचले स्तर 51.6 पर आ गया। सितंबर में यह इंडेक्स 51.9 पर था। सर्वे के मुताबिक कंपनियों का कहना है कि आमतौर पर इंफ्लेशन वाले समय डिमांड में कमी के बीच बाजार में सुस्ती रही।
सितंबर में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में आई कमी
167