साप्ताहिक समीक्षा
नई दिल्ली। केरल एवं कर्नाटक की मंडियों से आवक नगण्य रह जाने और मांग बढऩे से गत सप्ताह स्थानीय किराना बाजार में सौंठ 1000 रुपए प्रति क्विँटल उछल गयी। देशी-विदेशी दोनों ही माल की कमी होने से पोस्तदाना भी 10 रुपए किलो और बढ़ गया। कत्था मशीनी 1000/2000 रुपए प्रति पेटी (20 किलो) तेज रहा। जबकि ग्राहकी कमजोर होने से जीरा एवं सौंफ में 300/500 रुपए निकल गये। बड़ी इलायची भी 30/50 रुपए किलो नीचे आ गयी। अन्य किराना जिंसों में पूर्वस्तर पर कारोबार सुस्त रहा।
केरल व कर्नाटक की मंडियों से कोई माल न आने और मांग बढऩे से यहां सौंठ 1000 रुपए उछलकर सागर लाइन 13500/14000 रुपए तथा कोच्चि के भाव 15500/18000 रुपए प्रति क्विंटल पर जा पहुंचे। बारिश मौसम समाप्त होने के बाद इसकी खपत बढ़ जाएगी, जिससे इसमें और तेजी की धारणा बनी हुई है। देशी-विदेशी दोनों ही माल की कमी होने से पोस्तदाना 10 रुपए और बढ़ाकर चाइना 450 रुपए एवं देशी माल के भाव 440/480 रुपए किलो कर दिये गये। दशहरा-दिवाली त्योहारों की मांग बढऩे की आशा से कत्था मशीनी 1000/2000 रुपए की बढ़त लेकर मीडियम 29/30 हजार रुपए तथा बढिय़ा माल के भाव 34/35 हजार रुपए प्रति पेटी (20 किलो) पर पहुंच गये। सामान्य क्वालिटी के भाव भी 25/26 हजार रुपए पर मजबूत रहे। इसमें खपत सीजन को देखते हुए और तेजी के आसार बने हुए हैं। कत्था भठ्ठïी 1500/1550 रुपए प्रतिकिलो पर दृढ़ रहा। सुपारी सफेद एवं लाल के भाव पूर्वस्तर पर स्थिर रहे। आवक नगण्य रह जाने से जायफल एवं जावित्री पीली के भाव 5/10 रुपए बढ़ाकर 435/440 रुपए एवं 920/925 रुपए किलो बोलेे जा रहे थे। गुजरात की ऊंझा मंडी के मजबूत समाचार आने के बावजूद यहां पर ग्राहकी न होने से जीरा 300 रुपए टूटकर 19700/22000 रुपए प्रति क्विँटल रह गया। पूछताछ घटने से सौंफ भी 500 रुपए घटकर मोटी 7000/12500 रुपए एवं बारीक माल के भाव 11/14 हजार रुपए पर आ गये। पूरे सप्ताह हल्दी में भी लोकल व दिसावरी मांग कमजोर होने के कारण व्यापार सुस्त रहा। घरेलू व निर्यात मांग कमजोर होने एवं नया माल जल्दी आने की आशा सेे बड़ी इलायची 30/50 रुपए गिरकर झुंडी वाली 610/615 रुपए एवं कैंचीकट छोटे दाने के भाव 640/700 रुपए प्रति किलो पर आ गये। जबकि मोटे दाने की कैंचीकट बड़ी इलायची आवक व स्टॉक कम होने से 925/950 रुपए पर स्थिर रही। नीलामी केन्द्रों के तेज समाचार से छोटी इलायची उठाव कम के बावजूद पूर्वस्तर पर मजबूत रही। एनएनएस