नई दिल्ली- उत्तर भारत में बरसात कम होने एवं पुराना धान स्टॉक में समाप्ति की ओर होने से कारोबारी तेजी में आने लगे हैं। आज थोड़ी सी पूछपरख होते ही चावल बारीक में 100/150 का इजाफा हो गया तथा ऐसा आभास हो रहा है कि नए माल से पूर्व इसमें 500/600 रुपए की और तेजी आ जाएगी क्योंकि राइस मिलों में चावल की कमी बनने लगी है।
यूपी, हरियाणा, पंजाब, एमपी आदि सभी उत्पादक राज्यों में 1121 धान की रोपाई औसतन 40 प्रतिशत कम होने की खबर आ रही है। इन सबके बावजूद अभी तक इसमें अपेक्षित तेजी नहीं आ पाई है। जैन राइसलैंड प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर भूपेन्द्र कुमार जैन का कहना है कि रुपए की तंगी के चलते डोमेेस्टिक मार्केट में व्यापार काफी कमजोर हो रहा है। निर्यात भी अनुकूल नहीं रहा है। अन्यथा जिस हिसाब से राइस मिलों में धान की भारी कमी बनी हुई है।
उसे देखते हुए 1121 सेला चावल 6000 रुपए से कम होने का कोई मतलब नहीं था। ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के तरावड़ी, कैथल, करनाल, चीका, सफीदों के साथ-साथ यूपी के जहांगीराबाद, बहजोई, दादरी, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, आगरा आदि सभी क्षेत्रों में 1121 की रोपाई कम से कम 40 प्रतिशत घटी है। दूसरी ओर एमपी एवं उससे लगते पूर्वी यूपी में इस बार उक्त धान की बिजाई 60 प्रतिशत तक कम होने के समाचार मिल रहे हैं। इसे देखते हुए धान व चावल के भाव इस बार तेज रहेंगे।
फिलहाल गत माह डुप्लीकेट 1509 चावल यूपी-उत्तरांचल से आकर बाजार को उठने नहीं दिया था, लेकिन उन मालों का भी प्रैशर अब कम हो गया है तथा 10 सितम्बर तक शिपमेंट के लिए निर्यातकों को माल चाहिए। इन परिस्थितियों को देखते हुए 1121 सेेला चावल में 500/600 रुपए प्रति क्विंटल की जल्दी तेजी लग रही है। आज 1121 सेला चावल 100/150 रुपए बढ़कर 5100/5150 रुपए यहां बिक गया। तरावड़ी एवं निसिंग लाइन की राइस मिलें हाजिर माल ज्यादा नहीं बेच रही हैं। दादरी लाइन में भी काफी माल निबट गया है। अत: बाजार में वर्तमान भाव पर बढ़त लग रही है। (एनएनएस)
राइस मिलों में चावल की कमी से भावों में और तेजी की उम्मीद
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