नोएडा/एजेंसी। नोएडा के रियल एस्टेट प्रॉजेक्ट्स को तीन महीने के लिए आंशिक पूर्णता प्रमाणपत्र (पार्शल कंप्लीशन सर्टिकफिकेट) दिया जाएगा। 1 सितंबर से 30 नवंबर 2017 के लिए पार्शल कंप्लीशन सर्टिफिकेट देने का मकसद लंबे वक्त से अटके पड़े फ्लैट्स की जल्दी डिलिवरी सुनिश्चित करना है। दरअसल, कैश की कमी से जूझ रहे डवलपर्स फुल कंप्लीशन सर्टिफिकेट पाने के लिए बकाये की सारी रकम नहीं चुका पा रहे हैं। नोएडा प्रशासन ने रियल एस्टेट कंपनियों के साथ एक-के-बाद एक कई मीटिंग्स करने के बाद यह नया फॉर्म्युला निकाला। इस फॉर्म्युले के तहत उन डिवेलपरों को भी टेंपररी कंप्लीशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा जिन्होंने प्रॉजेक्ट की जमीन की कुल कीमत का 10 प्रतिशत हिस्सा भी नोएडा अथॉरिटी को पेमेंट कर दिया है।
नोएडा के सीईओ अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अगर कोई डिवलेपर (जिसने जमीन की कीमत का 10 प्रतिशत दे दिया है) मान लीजिए कि किसी प्रॉजेक्ट के 10 टावरों के लिए कंप्लीशन सर्टिफिकेट्स का आवेदन करता है तो आधे यानी पांच को टेंपररी कंप्लीशन सर्टिफिकेट्स जारी कर दिए जाएंगे। नोएडा सीईओ ने बताया कि इस 65 प्रतिशत (मान लीजिए 65 करोड़ रुपये) को टेंपररी कंप्लीशन सर्टिफिकेट्स पाने वाले पांच टावरों के सभी फ्लैट्स में बांट दिया जाएगा। अगर पांच टावरों में 400 फ्लैट्स हैं तो 65 करोड़ रुपये में 400 से भाग दिया जाएगा। हर फ्लैट के लिए 16.25 लाख रुपये की रकम आएगी। इतनी रकम प्रॉपर्टी की सब-लीजिंग और रजिस्ट्री के वक्त वसूली जाएगी। उसके बाद बायर्स को उनके घरों के पजेशन मिल जाएंगे।रियल एस्टेट सेक्टर की कंपनियों की संस्था क्रेडाई ने इस पॉलिसी का स्वागत किया है। इधर, नोएडा अथॉरिटी को उम्मीद है कि 40 के आसपास उन आवासीय परियोजनाओं के बायर्स को फ्लैट्स डिलिवरी में तेजी आएगी। जिनमें काम पूरा होने के कगार पर है या पहले चरण का काम निपट चुका है।
अधिकारियों के मुताबिक यह फैसला 36 बिल्डरों के साथ हुई हालिया मीटिंग के बाद लिया गया। प्रसाद ने कहा कि हमारे इलाके में 76 प्रॉजेक्ट्स पर काम चल रहा है। रियल एस्टेट कंपनियों पर हमारा 11,000 करोड़ रुपये बकाया है। होम बायर्स को पजेशन देने में देरी का एक कारण बिल्डरों पर हमारी बकाया राशि भी है। रजिस्ट्री की अनुमति देने की एक शर्त यह भी है कि बिल्डरों को पहले हमसे नो-ड्यूज सर्टिफिकेट लेना है। कंप्लीशन सर्टिफिकेट्स जारी करने के इस नए फॉर्म्युले से हमें उनके बिल्डर-बायर लॉगजाम क्लियर होने और हजारों घर खरीदारों को उनके घर मिलने की शुरुआत होने की उम्मीद है। नोएडा के निर्माणाधीन 76 प्रॉजेक्ट्स के ताजा हालात के बारे में प्रसाद ने कहा कि हमें 39 प्रॉजेक्ट्स के कंप्लीशन सर्टिफिकेट्स के आवेदन प्राप्त हुए हैं।
155
previous post