नई दिल्ली/एजेंसी। इस फेस्टिव सीजन घर खरीदने के लिए आपको शायद पहले जैसे लुभावने ऑफर्स ना मिलें। दरअसल, रियल एस्टेट रेगुलेटरी कानून की सख्ती ने नए प्रोजेक्ट के लॉन्च पर लगाम लगा दी है और जो नए प्रोजेक्ट लॉन्च हो रहे हैं उनमें ऑफर्स और डिस्काउंट काफी कम हैं।
हर साल गणेश चतुर्थी से शुरू होने वाले फेस्टिव सीजन का इंतजार बाकी कारोबारियों की तरह रियल्टी सेक्टर को भी होता है, लेकिन इस बार रेरा और जी.एस.टी. के आने से यहां माहौल ठंडा है। रेरा लागू होने के बाद नए लॉन्च की रफ्तार थम सी गई है।
एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टंट्स की रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में देश के सात बड़े शहरों में पहली तिमाही में करीब 26,000 प्रोजेक्ट लॉन्च हुए थे जो दूसरी तिमाही में घटकर 20,000 रह गए हैं।
जानकारों का मानना है कि रेरा के मुताबिक ढलने में रियल एस्टेट सेक्टर को थोड़ा समय लगेगा, लेकिन राज्यों के रेरा रेगुलेटर इस दलील से ज्यादा इत्तेफाक नहीं रखते।
महाराष्ट्र के रियल एस्टेट रेगुलेटर का मनना है कि बिल्डर रेरा को बहाने की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। वैसे कुछ डवलपर्स यह मान रहे हैं कि रेरा का असर प्रॉपर्टी के हर सेगमेंट पर एक जैसा नहीं होगा, हालांकि वो ये भी कह रहे हैं कि इस फेस्टिव सीजन में ऑफर ज्यादा नहीं मिलेंगे। ये बात सही है कि इस वक्त रेरा लागू होने से प्रोजेक्ट के लॉन्च में कमी आई है लेकिन घर खरीदारों के लिए ये बात अच्छी है। रेरा के तहत अब जो भी प्रोजेक्ट लॉन्च होगा उसमें उनका पैसा पहले से ज्यादा सुरक्षित रहेगा।
