दुबई/एजेंसी। कतर ने अरब देशों की मांगों की अनदेखी करते हुए ईरान के साथ अपने राजनयिक संबंध पूरी तरह बहाल कर लिए। अरब देशों का ऊर्जा संपन्न देश के साथ क्षेत्रीय विवाद चल रहा है और उन्होंने तेहरान के साथ अपने संबंध सीमित कर लिए हैं। कतर ने अपने निर्णय की घोषणा करते हुए खाड़ी अरब देशों के साथ जून से चल रहे राजनयिक संकट का जिक्र नहीं किया, जब पश्चिम एशिया को लेकर उसकी नीतियों पर कतर के पड़ोसी देशों ने उसके भूमि तथा वायुमार्गों का संपर्क तोड़ दिया था। बहरहाल उसका कदम ऐसे समय आया है जब सऊदी अरब कतर के एक शाही परिवार के एक सदस्य को बढ़-चढ़कर तवज्जो दे रहा है। इस शाही परिवार को वर्ष 1972 में महल के तख्तापलट के दौरान अपदस्थ कर दिया गया था। विदेश मंत्रालय ने एक छोटे से बयान में कहा कि कतर ने ईरान के साथ हर क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने की आकांक्षा व्यक्त की है। ईरान की सरकारी मीडिया ने इस पर और अधिक जानकारी देने से इनकार करते हुए इस फैसले की जानकारी होने की बात मानी है। गिनेस वल्र्ड रेकॉर्ड के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह मुस्लिम एड की तरफ हासिल की गई उपलब्धि है और इस कामयाबी के लिए मेहनत की गई है।
