भविष्य निधि संगठन ईपीएफओ डिजिटल इंडिया पहल के तहत अगस्त २०१८ तक पूरी तरह से कागजरहित होगी। इससे कोष के पांच करोड़ अंशधारकों के लिये सेवाओं में सुधार आयेगा
नई दिल्ली/एजेंसी- सेवानिवृति कोष चलाने वाली संस्था कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ईपीएफओ डिजिटल इंडिया पहल के तहत अगले साल अगस्त तक पूरी तरह से कागजरहित हो जायेगा। इससे कोष के पांच करोड़ अंशधारकों के लिये सेवाओं में काफी सुधार आयेगा। संगठन हालांकि, कुछ सेवाओं को पहले ही आनलाइन कर चुका है।
जानकारी के अनुसार ईपीएफओ संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिये सामाजिक सुरक्षा की कई योजनायें चलाता है। इनमें कर्मचारी भविष्य निधि, पेंशन और बीमा योजनायें प्रमुख हैं। संगठन ने भविष्य निधि निकासी सेवाओं को आनलाइन कर दिया है।
संगठन की तमाम सेवाओं के आनलाइन होने से औपचारिक क्षेत्र के कर्मचारियों और नियोक्ताओं को काफी सुविधा होगी। सभी सेवाओं के आनलाइन होने से अंशधारकों का अधिकारियों के साथ सीधे आमना सामना नहीं होगा। इससे भ्रष्टाचार और प्रताड़ित किये जाने की गुंजाइश भी कम होगी।
केन्द्रीय भविष्य निधि आयुक्त वी.पी. जॉय ने कहा कि ईपीएफओ ने लक्ष्य तय किया है। हमने अगले स्वतंत्रता दिवस तक संगठन को पूरी तरह से इलेक्ट्रानिक कागज रहित संगठन बनाने का फैसला किया है। इस दिन से संगठन की सभी सेवायें इलेक्ट्रानिक साधनों के जरिये उपलब्ध होंगी अथवा मोबाइल हैंडसेट से भी इन्हें प्राप्त किया जा सकेगा।