नई दिल्ली। अगस्त के महीने में मटर के दो स्टीमर मुंबई पोर्ट पर लग गयेे। पहला स्टीमर एमवी अपीली मुंबई पोर्ट पर 13-14 अगस्त में लगा। इस पर 24659 कंटेनर कनाडा की पीली मटर थी। इसके अलावा दूसरा स्टीमर एमवी एलाइंस भी मुंबई पोर्ट पर 19 अगस्त को लगा। यह माल रूस से चला था। इस पर 26260 मीट्रिक टन पीली मटर लोड थी। इसके अलावा सितम्बर में ज्यादा माल आने वाला नहीं है क्योंकि कनाडा में नई फसल आएगी तथा वहां का माल 15 सितम्बर के बाद ही लगेगा। अभी तक फसल मेें कुछ पोल की खबर मिल रही है। यही कारण है कि वर्तमान भाव में बड़े आयातक ज्यादा माल नहीं बेच रहे हैं तथा देशी व काबली चना महंगा होने से इसकी मिलिंग बढ़ गयी है। इन हालातों को देखते हुए वर्तमान भाव पर व्यापार में जोखिम नहीं लग रहा है। मटर के कंटेनर अक्टूबर से पहले पुराने माल के ज्यादा लगने वाले नहीं हैं। दूसरी ओर सितम्बर-अक्टूबर शिपमेंट की मटर वर्तमान भाव से नीचे नहीं मिल रही है। यहां अलग-अलग वैसल्स व जहाज के 2250/2300 रुपए के बीच व्यापार हो रहा है। सितम्बर-अक्टूबर शिपमेंट में वहां के ेकारोबारी नए माल के भाव ऊंचे बोल रहे हैं। इसे देखते हुए मंदे की बिल्कुल गुंजाइश नहीं है। वर्तमान भाव पर गुंजाइश हो तो हाजिर माल का व्यापार ज्यादा लाभदायक रहेगा। यूपी, बिहार, बंगाल, असम, झारखंड, उड़ीसा, मणिपुर, मेघालय आदि सभी राज्यों में प्रचूर मात्रा में बनी हुई है। इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए मटर की उपलब्धि पूरे साल बनी रहेगी। यहां पर मटर इस समय 2530/2540 रुपए क्विंटल बिक रही है। मुुंबई में 2281 रुपए का व्यापार हो रहा है। जबकि आने वाले शिपमेंट के माल 2241/2301 रुपए में बेचू आ रहे हैं। देशी चना सहित अन्य दालें काफी नीचे बिक रही हैं। मसूर, तुवर एवं मूंग की दाल थोक में 4200/5500 रुपए के बीच बिक रही हैं। अत: मटर में तेजी की गुंजाइश नहीं है।
(एनएनएस)
मटर की खपत बढ़ी
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