मुंबई। सरकार ने हेलिकॉप्टर परिचालन से बाहर निकलने के एक और प्रयास के तहत पवन हंस की रणनीतिक बिक्री के लिए नया बोली दस्तावेज जारी किया। सरकार ने न्यूनतम 350 करोड़ रुपए नेटवर्थ वाली बोलीदाताओं को कंपनी की बिक्री की पेशकश की है। सरकार के पास पवन हंस की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। शेष 49 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओएनजीसी के पास है। पवन हंस के बेड़े में 43 हेलिकॉप्टर हैं। सरकार का पवन हंस के रणनीतिक विनिवेश का पिछले 16 माह में तीसरा प्रयास है। पिछले वित्त वर्ष में पवन हंस को 72.42 करोड़ रुपए का घाटा होने का अनुमान है। रुचि पत्र देने की अंतिम तारीख 22 अगस्त,2019 है। छांटे गए बोलीदाताओं को 12 सितंबर को सूचित किया जाएगा।
