Monday, February 17, 2025 |
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एनएसई लगातार पांचवें वर्ष दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज बना

कैलेंडर वर्ष 2023 में इक्विटी सेगमेंट में विश्व स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा एक्सचेंज

by Business Remedies
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बिजनेस रेमेडीज। डेरिवेटिव ट्रेड बॉडी फ्यूचर्स इंडस्ट्री एसोसिएशन (एफआईए) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के आधार पर एनएसई गु्रप (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया और एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज) एक बार फिर कैलेंडर वर्ष 2023 में दुनिया के सबसे बड़े डेरिवेटिव एक्सचेंज समूह के रूप में उभरा है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई) 2023 में लगातार पांचवें वर्ष दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज रहा। वल्र्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज (डब्ल्यूएफई) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, 2023 में ट्रेडों की संख्या (इलेक्ट्रॉनिक ऑर्डर बुक) के आधार पर एनएसई इक्विटी सेगमेंट में दुनिया में तीसरे स्थान पर है। ।

इस वर्ष में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी हासिल की गईं, जैसे कि सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया, एसएमई सूचीबद्ध कंपनियों ने 1,00,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया और निफ्टी 50 इंडेक्स ने पहली बार 20,000 इंडेक्स स्तर को पार किया। कैलेंडर वर्ष के अंत में एक्सचेंज पर अद्वितीय पंजीकृत निवेशकों की संख्या 8.5 करोड़ से अधिक हो गई।

एनएसई ने अपने इक्विटी सेगमेंट में 2014 से 2023 तक लगातार 10वें साल कारोबार करने वाले ग्राहकों की संख्या में साल दर साल वृद्धि देखी है। इस वर्ष 30 नवंबर, 2023 को इक्विटी सेगमेंट में 167,942.47 करोड़ रुपये और 2 दिसंबर, 2023 को इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में 381,623.12 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड उच्च कारोबार हुआ। इक्विटी डेरिवेटिव और नकद बाजार टर्नओवर अनुपात इस वर्ष मामूली रूप से घटकर कैलेंडर वर्ष 2022 में 2.86 की तुलना में कैलेंडर वर्ष 2023 में 2.64 हो गया। इक्विटी सेगमेंट ने टी$1 आधार पर सभी प्रतिभूतियों के निपटान के लिए अपनी प्रक्रिया को पूरा किया। प्राथमिक बाजार में, प्रतिभूतियों की लिस्टिंग की समयसीमा को घटाकर टी$3 दिन कर दिया गया है।

एक्सचेंज ने इस साल सोशल स्टॉक एक्सचेंज को एक सेगमेंट के रूप में लॉन्च किया। इसके तहत सामाजिक उद्यमों (एनपीओ और एफपीई) को अपने काम को बड़ी संख्या में लोगों के सामने प्रदर्शित करने और जीरो कूपन जीरो प्रिंसिपल बॉण्ड जैसे उपकरणों को जारी करने के माध्यम से धन जुटाने की सुविधा मिलती है।

इस तरह प्रतिभागियों को परोपकारी कार्यों में भाग लेने का अवसर मिलता है। साथ ही, पूरे ईको सिस्टम में दक्षता और पारदर्शिता लाना भी संभव हुआ। इस सेगमेंट में 42 गैर-लाभकारी संगठनों (एनपीओ) ने पंजीकरण कराया है और एक एनपीओ ने धन जुटाया है। कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट में, एक्सचेंज ने 21 नए कमोडिटी डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट लॉन्च किए हैं, जिनमें डब्ल्यूटीआई कू्रड ऑयल, प्राकृतिक गैस, सोना, चांदी और बेस मेटल जैसे अंतर्निहित वायदा अनुबंधों पर कमोडिटी ऑप्शंस शामिल हैं।

एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज (एनएसई आईएक्स) ने 3 जुलाई, 2023 से एनएसई आईएक्स-एसजीएक्स गिफ्ट कनेक्ट का फुल स्केल ऑपरेशन शुरू किया, जिससे गिफ्ट आईएफएससी में निफ्टी उत्पादों के लिए गहरा लिक्विडिटी पूल बनाने का मार्ग प्रशस्त हुआ। गिफ्ट निफ्टी अनुबंध लगभग 21 घंटों के लिए व्यापार के लिए उपलब्ध हैं, जो एशिया, यूरोप और अमेरिका के व्यापारिक घंटों को ओवरलैप करता है। एनएसई के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिस श्रीराम कृष्णन ने कहा, ‘‘इक्विटी सेगमेंट में तीसरी रैंकिंग और सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज होना दरअसल ग्लोबल स्तर पर भारतीय पूंजी बाजार से जुड़े ईको सिस्टम की मजबूत क्षमताओं को दर्शाता है। इससे नए निवेशकों को आकर्षित करने के साथ-साथ भारतीय बाजारों में धन प्रवाह में मदद मिलेगी, जिससे पूंजी निर्माण में सहायता मिलेगी। मैं इस अवसर पर भारत सरकार, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, भारतीय रिजर्व बैंक, ट्रेडिंग सदस्यों, निवेशकों और अन्य सभी हितधारकों को उनके निरंतर सपोर्ट के लिए धन्यवाद देता हूं।’’



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