सिंगापुर/एजेंसी- सुख, समृद्धि, संपन्नता, सफाई और सुगंध का पर्याय बन चुका सिंगापुर विश्व के श्रेष्ठ शहरों में से एक माना जाता है। यही कारण है कि प्रतिवर्ष लगभग 50 लाख से ज्यादा सैलानी यहां घूमने-फिरने आते हैं। सिंगापुर एक व्यावसायिक केन्द्र भी है। यहां पर विभिन्न देशों के लोग बस चुके हैं इनमें काफी भारतीय भी हैं। इसलिए यह देश आपको अपरिचित सा नहीं लगेगा।
यहां आने पर ध्यान रखें कि अपने देश की तरह यहां न तो इधर-अधर केले का छिलका या पालिथीन का कोई थैला फेंके और न ही किसी अन्य प्रकार से कोई गंदगी फैलाएं। जो व्यक्ति ऐसा करते हुए पाया जाता है उसे आर्थिक दंड तो दिया ही जाता है, ऐसा करते हुए उसे टीवी पर भी दिखाया जाता है।
सिंगापुर घूमना चाहते हैं तो आइए सबसे पहले यहां एक जूरोंग चिडिय़ाघर प्रसिद्ध जगह है। विश्व का शायद ही कोई ऐसा पक्षी होगा जिसे आप इस अति विस्तृत चिडिय़ाघर में न देखें। यहां लगभग 7500 पक्षी हैं। इनमें से कई पक्षी ऐसे हैं जिनकी आप 8-10 प्रजातियां देख सकते हैं।
मगरमच्छ फार्म में आप कई तरह के मगरमच्छ देख सकते हैं। यह फार्म जूरोंग चिडिय़ाघर के पास ही स्थित है। नाइट सफारी भी एक चिडिय़ाघर ही है। जो 45 हेक्टेयर में फैला हुआ है। जानवरों की प्रकृति के अनुरूप 8 भागों में बंटा यह चिडिय़ाघर अपने नाम को सार्थक करता हुआ सिर्फ रात में ही खुला रहता है। इस चिडिय़ाघर के अंदर घूमने के लिए ट्राम की सुविधा उपलब्ध रहती है। साथ ही साथ गाइड भी उपलब्ध रहता है जो विश्व के विभिन्न भागों से लाए गए तरह-तरह के इन जानवरों के बारे में जानकारियां देता रहता है।
मिंग विलेज भी देखने लायक जगह है। ज्यों-ज्यों मानव समाज आधुनिकता की तरफ बढ़ रहा है, त्यों-त्यों ग्रामीण परिवेश और हस्तशिल्प की ओर उसका रुझान भी बढ़ रहा है। कोकोडायल फार्म के पास स्थित इस स्थान पर ऐसा ही ग्रामीण परिवेश है और ऐसे ही हस्तशिल्पी भी यहां हैं। ये लोग न सिर्फ अपने हाथों से चीजें बनाते हैं, बल्कि चीनी-मिट्टी के बर्तन वगैरह पर नक्काशी भी करते हैं।
सैंतोसा आइलैण्ड भी जरूर घूमने जाएं। यह सिंगापुर से कुछ दूरी पर स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। हालांकि यहां प्रवेश शुल्क देना पड़ता है लेकिन इसके अलावा कोई अन्य सेवा शुल्क नहीं लिया जाता। यहां का समुद्र तट काफी सुंदर और स्वच्छ है।
यहां का प्रसिद्ध अंडर वाटर वल्र्ड एशिया का पहला और सबसे बड़ा कृत्रिम समुद्र है। यहां पर आपको सैकड़ों तरह की मछलियां दिखेंगी, जिनमें सी ड्रैगन नामक एक मछली भी है। ये सारी मछलियां विश्व के अलग-अलग भागों से यहां लाई गई हैं। वोल्कैनोलैण्ड और तितलीघर भी देखने लायक जगह हैं।
