बिजऩेस रेमेडीज/गोपेश्वर
उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध हेमकुंड गुरुद्वारे के लिए भी एक दिन में अधिकतम 5 हजार श्रद्धालुओं को ही दर्शन की अनुमति मिलेगी। साथ ही चारधामों की तरह इसके लिए भी श्रद्धालुओं को पंजीकरण करवाना होगा।
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह बिंद्रा ने यहां एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर अनिवार्य रूप से पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से वेबसाइट से पंजीकरण किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश में बने केंद्रों में ऑफलाइन पंजीकरण किया जा सकता है। हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई से खुलेंगे और राज्य सरकार तथा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित की है।