नई दिल्ली/एजेंंसी। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद यानी एनसीईआरटी इतिहास से संबंधित भारतीय परंपरा और संस्कृति के बारे में कोर्स तैयार करेगी। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय में भारत बोध व्याख्यान श्रृंखला का शुभारंभ करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि भारत की शिक्षा पद्धति ऐसी हो गई है कि हम भारत की संस्कृति के बारे में भूलते जा रहे हैं और शेष दुनिया को याद रखने पर जोर दे रहे हैं। मंत्री ने कहा कि दुनिया को जानना और याद रखना जरूरी है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम भारत और उसके गौरवशाली अतीत को भूल जाएं। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हम एनसीईआरटी के साथ ऐसे कोर्स को आगे बढ़ाएंगे क्योंकि हमारा मानना है कि हमारी सही पहचान हमारे अपने देश की पहचान के साथ शुरू होती है। बिना इसे जाने, हम दुनिया के बारे में छिपी बातों को नहीं जान पाएंगे। हमारा अपने अतीत के मूल्यों के बारे में चर्चा करने के बारे खुला रुख है। उन्होंने कहा कि दर्शनशास्त्र और इंडोलॉजी से जुड़े सभी छात्रों को इस व्याख्यान में शामिल होना चाहिए। इग्नू के कुलपति रविन्द्र कुमार ने कहा कि हम जल्द ही भारत बोध के बारे में एक नया औपचारिक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करेंगे।
भारतीय संस्कृति और परंपरा पर आधारित होगा एनसीईआरटी का कोर्स : जावड़ेकर
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