जयपुर। जयपुर की जया गजावत कई सालों से अपना एक छोटा-मोटा बुटिक चला रही थीं और उनका यह बुटिक ठीक-ठाक चल रहा था। उनके ग्राहक भी फैशन और डिजानिंग को लेकर उनकी समझ के कायल थे। पर दिक्कत यह थी कि जया गजावत का स्टोर बहुत छोटा था और इस वजह से वे बहुत थोड़ा सा सामान ही वहां प्रदर्शित कर पाती थीं। फिर अपने कुछ ग्राहकों की तरफ से प्रोत्साहन मिलने के बाद गजावत ने तय किया कि वे अपनी दुकान को एक बड़े स्टोर में बदलेंगी।
गजावत ने अपनी विस्तार योजना के लिए धन जुटाने की कोशिशों के तहत अपने बैंकों से ऋण लेने का विचार किया, पर जल्द ही उन्होंने अपना यह विचार छोड़ दिया, क्योंकि वे जानती थीं कि वहां उन्हें एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना होगा।
सौभाग्य से, एक दिन उन्होंने मुथूट फाइनेंस का एक वेब बैनर विज्ञापन देखा। तब उन्होंने निर्धारित किया कि गोल्ड लोन ही उनके सवाल का जवाब है। इस निश्चय के साथ वे मुथूट फाइनेंस की अपनी नजदीकी शाखा में गईं। और 5 मिनट के बाद जब वे शाखा से बाहर निकलीं, तो उनके पास था अपने नए, बड़े और बेहतर स्टोर के निर्माण के लिए आवश्यक ऋण!
आज गजावत का स्टोर उनकी अपेक्षा से कहीं बेहतर काम कर रहा है। यह सब एक बड़े स्टोर के कारण ही संभव हुआ है, जहां वे अपने काम को और बेहतर तरीके से प्रदर्शित कर सकती हैं। शहरभर से आने वाले उनके नए ग्राहक भी उनका माल खरीदकर खुश हैं। गजावत आज इस बात को लेकर वाकई बहुत रोमांचित हैं कि मुथूट फाइनेंस के सहयोग से अपने सबसे महत्वाकांक्षी सपनों को भी कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
‘मैं मुथूट फाइनेंस की आभारी हूं कि उन्होंने मेरे छोटे बुटिक को एक बड़े स्टोर में बदलने के मेरे सपने को एक बड़ी सच्चाई में बदलने में मेरी सहायता की।’ कहती हैं जया गजावत।पिछले 130 वर्षों में, मुथूट फाइनेंस ने भारत भर में लाखों भारतीयों के जीवन को बदल दिया है और उन्हें अपने सपनों को एक हकीकत में बदलने में मदद की है। मुथूट फाइनेंस अपनी आसान गोल्ड फाइनेंस लोन योजना के जरिए लोगों के जीवन का निर्माण करने में मदद करता है और इन अर्थों में कंपनी राष्ट्र का निर्माण करने में सहायक है। कंपनी औसतन 40,000 रुपये के ऋण के साथ प्रतिदिन 2,53,000 ग्राहकों की सेवा करती है। कंपनी की 4300 से अधिक शाखाएं हैं, जिनमें से ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में हैं और इस तरह ग्रामीण क्षेत्रों में संगठित बैंकिंग के लिए एकमात्र जरिया है।
मुथूट फाइनेंस से सपनों को बदले हकीकत में!
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