नई दिल्ली। मैंथा की फसल में तेल की रिकवरी कम बैठने तथा बोल्ड में निर्यातकों की लिवाली चलने से रुक-रुककर सरपट तेजी का रुख बना हुआ है। गत 3-4 दिनों के मंदे के बाद नीचे वाले भाव में डिब्बे में सटोरिये जबरदस्त लिवाली में आ गये जिससे 50 रुपए किलो का तेल सहित सभी उत्पादों में उछाल आ गया। मैंथा ऑयल यहां 1290 रुपए किलो बिक गया। चंदौसी में 1288/1290 रुपए, सम्भल में 1275 रुपए एवं रामपुर में 1287 रुपए का व्यापार हो गया। चालू माह की डिलीवरी डिब्बे में अधिक नहीं है। दूसरी ओर उत्पादक मंडियों के व्यापारी अगस्त का वायदा काफी बेच चुके हैं, जिससे डिलीवरी पूरी होनी मुश्किल हो गयी है। दूसरी ओर हरियाणा, पंजाब सहित यूपी में बोल्ड बनाने वाली कम्पनियां तेल की लोडिंग करने लगी है। फलत: 50 रुपए किलो की शीघ्र और तेजी लगने लगी है। इस बार उत्पादन कम होने के साथ-साथ तेल की रिकवरी कम बैठने सेे मैंथा ऑयल 1500 रुपए जल्दी बन जाएगा।
टिटेनियम डाइऑक्साइड, चीन के माल की बिक्री कमजोर होने से 3 रुपए घटकर 175 रुपए किलो रह गया। $गौरतलब है कि जनजागरण के अंतर्गत्ï उपभोक्ता चीन के अधिकतर निर्मित सामान की लिवाली करने से पीछे हट गये हैं तथा भारतीय उत्पादों की बिक्री बढ़ गयी है। यही कारण है कि ट्रावनकोर टिटेनियम उत्पाद द्वारा कच्चे माल की कमी को देखकर बेसिक मूल्य बढ़ा दिया गया है जिससे 10 रुपए बढक़र यहां एनाटिस टीटीके के भाव 195 रुपए किलो हो गये। वहीं बोरेक्स ग्रेनुलर, ग्राहकी कमजोर होने से 25 रुपए गिरकर 2475 रुपए प्रति 50 किलो रह गया। (एनएनएस)
