नई दिल्ली। देश का इस्पात उत्पादन चालू कैलेंडर वर्ष 2019 की पहली जनवरी-मार्च की तिमाही में वार्षिक आधार पर करीब 0.3 प्रतिशत गिरावट के साथ 2.73 करोड़ टन रह गया।
विश्व इस्पात संघ (डब्ल्यूएसए) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। जनवरी-मार्च, 2018 के दौरान देश में 2.74 करोड़ टन कच्चे इस्पात का उत्पादन हुआ था। जनवरी में देश में कच्चे इस्पात का उत्पादन 1.9 प्रतिशत घटकर 91.8 लाख टन रह गया, जो जनवरी, 2018 में 93.5 लाख टन था। फरवरी में कच्चे इस्पत का उत्पादन 2.3 प्रतिशत बढ़कर 87.4 लाख टन रहा, जो एक साल पहले समान महीने में 85.4 लाख टन था। मार्च में कच्चे इस्पात का उत्पादन एक प्रतिशत घटकर 94.1 लाख टन पर आ गया, जो मार्च, 2018 में 95 लाख टन रहा था।
वर्ष 2018 में देश का वार्षिक कच्चा इस्पात उत्पादन 10.65 करोड़ टन रहा, जो 2017 के 10.15 करोड़ टन के उत्पादन से 4.9 प्रतिशत अधिक है। चीन के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा कच्चा इस्पात उत्पादक देश है। जनवरी-मार्च, 2019 में चीन का कच्चे इस्पात का उत्पादन 8.03 करोड़ टन रहा।