बिजऩेस रेमेडीज/जयपुर
डिजिटल कार्य प्रणाली को तेजी अपना आगे बढ़ते हुए, राजस्थान के 1.45 मिलियन एमएसएमई अपने कारोबार विस्तार में साल-दर-साल 30 प्रतिशत की वृद्धि देख रहे हैं। ऐसे में, भारत के अग्रणी इनवॉइस डिस्काउंटिंग प्लेटफॉर्म एम1एक्सचेंज का लक्ष्य क्षेत्र में एमएसएमई के विकास को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल सॉल्यूशन्स के साथ वर्किंग कैपिटल क्रेडिट अंतर को पाटना है। मौजूदा समय में कृषि, टेक्सटाइल्स, इंफ्रारस्ट्रक्चर, मैटल्स और मिनरल जैसे उद्योग राजस्थान में एम1एक्सचेंज के लिए महत्वपूर्ण विकास चालक के रूप में सामने आ रहे हैं।
राज्य में एमएसएमई के लिए जयपुर एक केन्द्र के रूप में कार्य करता है, और यहां में 300,000 से अधिक इकाइयां संचालित हैं, जो सहायक कारोबारी माहौल और सरकारी इनिशिएटिव्स के कारण संभव हो पाया है। राजस्थान की नई एमएसएमई नीति, 20,000 नई इकाइयों और 10,000 करोड़ रुपए के सरकारी निवेश को लक्षित करती है, जो राज्य को एक आकर्षक व्यावसायिक स्थान का दर्जा देती है। इस नीति के चलते एमएसएमई आबादी के मामले में राज्य पांचवें स्थान पर आ गया है। खनिज, सीमेन्ट और कृषि क्षेत्रों में काफी संभावनाएं हैं और एम1एक्सचेंज को ऐसे व्यवसायों से दिलचस्पी में उछाल का अनुभव हो रहा है जो कैश फ्लो को ऑप्टोमाइज (अनुकूलित) करने और विकास में तेजी लाने के लिए डिजिटल सॉल्यूशन्स चाहते हैं।
इस बारे में चर्चा करते हुए एम1एक्सचेंज के प्रमोटर और निदेशक संदीप मोहिन्द्रू ने कहा भारत के अग्रणी आईबीआई लाइसेस प्राप्त टीआरईडीएस दञ्जक्रद्गष्ठस्) प्लेटफॉर्म के रूप में एम1एस्चेजं ने पहले ही राजस्थान में 2,500 से अधिक एमएसएमई को अपने साथ जोड लिया है जो कि, इसके कुल कारोबार का 8 फीसदी योगदान देता है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के एमएसएमई क्षेत्र के डिजिटल कार्यप्रणाली अपनाने में वृद्धि, सहायक कारोबारी माहौल और सरकारी पहलों के कारण महत्वपूर्ण वृद्धि का अनुभव कर रहे हैं। हम टीआरईडीएस को अपनाने में वृद्धि देख रहे हैं जो लेन देन की मात्रा में वृद्धि को को और अधिक कर रहा है। हमारा ऑनलाइन बोली लगाने वाला प्लेटफॉर्म 24 घंटे के भीतर चालान के बदले कोलेटरल फ्री कार्यशील पूंजी तक पहंच प्रदान करता है। इस प्रकार एमएसएमई को बिना किसी सहारे के शुरू से अंत तक डिजिटल अनुभव मिलता है। हमारा उद्देश्य निर्बाध ट्रेड फायनेंस सॉल्यूशन्स प्रदान करके एमएसएमई को शीघ, कॉस्ट इफेक्टिव वर्किंग कैपिटल तक पहुंच प्रदान करके आर्थिक विस्तार को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया टीआरईडीएस के माध्यम से इनवॉइस डिस्काउंटिंग में 2023 में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो एमएसएमई, कॉरपोरेट्स और बैंकों के बीच अपनाए जाने से प्रेरित है। एम1एक्सचेंज की योजना वित्त वर्ष 25 में अपने प्लेटफॉर्म पर 30,000 और एमएसएमई को जोडऩे की है, जिससे एमएसएमई की कुल संख्या लगभग 60,000 हो जाएगी। कम्पनी कम से कम 500 और अधिक कॉर्पोरेट्स तथा 20 और फायनेंसर्स, मुख्यत: एनबीएफसी को अपने साथ जोडऩे की योजना बना रही है।
गौरतलब है कि आज तक, एम1एक्सचेंज ने 1,00,000 करोड़ रुपए के इनवॉइस डिस्काउंटिंग की सुविधा प्रदान की है। यह राशि 2.5 मिलियन से अधिक इनवॉइस के बराबर है। कम्पनी मार्च 2025 तक थ्रूपुट वैल्यू (इनवॉयस प्रोसेस्ड का कुल मूल्य) में 72,000 करोड़ रुपए की उम्मीद कर रही है, जो वित्त वर्ष 24 तुलना में 43,300 करोड़ रुपए से अधिक है। कम्पनी ने हाल ही में ‘‘एम1एक्सचेंज स्माल-स्माल‘‘ के साथ टीआरईडीएस के दायरे का विस्तार किया है, जो टीआरईडीएस पर छोटे एमएसएमई सेलर्स के लिए कैश फ्लो फायनेंस के लिए एक सुव्यवस्थित दृष्टिकोण है। रेगूलरेटी सैंडबॉक्स के तहत आरबीआई के तीसरे समूह में परीक्षण किया गया, यह, एसमई बायर्स और एसएमई सेलर्स सहित छोटे उद्यमों के बीच लेनदेन के लिए इनवॉयस फायनेंसिंग को सक्षम बनाता है।
