नई दिल्ली। भारतीय कंपनियों की विदेशी बाजारों से पूंजी उगाही पिछले महीने जुलाई में 57.5 प्रतिशत बढक़र 1.89 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। रिजर्व बैंक के जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
भारतीय कंपनियों ने एक साल पहले जुलाई माह में 1.20 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई थी। आंकड़ों के मुताबिक इस साल जो पूंजी जुटाई गई वह विदेशी वाणिज्यिक उधारी ईसीबी और विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉंड एफसीसीबी के जरिये जुटाई गई। इस दौरान रुपये में अंकित बॉंड के जरिए पूंजी जुटाने के कोई आंकड़े नहीं हैं। क्योंकि इस पर पूंजी बाजार नियामक सेबी ने अस्थाई तौर पर रोक लगा रखी है।
रिजर्व बैंक आंकड़ों के मुताबिक पिछले महीने स्वत: मंजूरी मार्ग से 1.24 अरब डॉलर जुटाए गए। जबकि शेष 65 करोड़ डॉलर मंजूरी मार्ग के जरिए जुटाए गए। ग्रामीण विद्युतीकरण निगम ने ईसीबी के तहत मंजूरी रास्ते से 45 करोड़ डॉलर और 20 करोड़ डॉलर अलग-अलग जुटाए। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन ने स्वत: मंजूरी मार्ग से 50 करोड़ डॉलर जुटाए, जबकि रिलायंस यूटिलिटी एण्ड पॉवर ने पहले लिये ईसीबी को चुकाने के लिये 30 करोड़ डॉलर विदशों से जुटाए।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई माह में भारतीय कंपनियों का विदेशों में प्रत्यक्ष निवेश एक साल पहले के मुकाबले 47 प्रतिशत घटकर 1.77 अरब डॉलर रह गया। एक साल पहले जुलाई माह में देश की कंपनियों ने विदशों में 3.35 अरब डॉलर का निवेश किया था।
