नई दिल् ली।भारत और ईरान के अधिकारियों के बीच इसी महीने यहां द्विपक्षीय तरजीही व्यापार करार (पीटीए) को लेकर पांचवें दौर की वार्ता होगी। अभी तक इस बारे में चार दौर की बातचीत हो चुकी है। आखिरी दौर की वार्ता मार्च में तेहरान में हुई थी, जिसमें दोनों देशों के बीच करार के मसौदे पर चर्चा हुई। जानकारी के अनुसार ”दोनों पक्ष पांचवें दौर की वार्ता इसी महीने करने के लिए सहमत हुए हैं।
मुक्त व्यापार करार में दोनों भागीदार देश आपसी व्यापार वाले ज्यादातर उत्पादों पर शुल्कों में उल्लेखनीय कटौती करते हैं या उसे पूरी तरह समाप्त कर देते हैं। वहीं पीटीए में कुछ निश्चित पहचाने गए उत्पादों पर शुल्क हटाया जाता है। व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि प्रस्तावित करार से भारत को फारस की खाड़ी वाले देश में अधिक बाजार पहुंच उपलब्ध होगी। अर्थशास्त्री के अनुसार पीटीए से भारत को अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों के मामले में तो मदद नहीं मिलेगी लेकिन दीर्घावधि में ईरान भारतीय निर्यातकों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार साबित होगा। भारतीय व्यापार संवद्र्धन परिषद (टीपीसीआई) के चेयरमैन मोहित सिंगला ने कहा कि पीटीए भारत के लिए महत्वपूर्ण है। इससे भारत अपने निर्यात में विविधता ला सकेगा और सिर्फ कृषि उत्पादों तक सीमित नहीं रहेगा।