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नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी मूडीज का मानना है कि भारत के बैंकों की एसेट क्वालिटी सुधार हो सकता है। मूडीज ने भारतीय बैंकों पर अपना आउटलुक स्टेबल रखा है। पब्लिक सेक्टर बैंकों पर सरकार का फोकस रहने से सुधार के लिए रिफॉर्म जारी रहेंगे। एजेंसी का मानना है कि बैंकों की ग्रोथ पिछले साल के मुकाबले बराबर रही है। क्रेडिट साइकिल में गिरावट का दौर खत्म हो गया है। मूडीज ने कहा है कि भारतीय बैंकों में लिक्विडिटी बनी रहेगी। देश की ग्रोथ पर मूडीज का मानना है कि इस वित्त वर्ष जीडीपी ग्रोथ 7.1 फीसदी रह सकती है। मूडीज का मानना है कि इस वर्ष इकोनॉमी की ग्रोथ तो बढ़ेगी लेकिन निजी निवेश में कमी संभव है।
