कोलकाता। सार्वजनिक क्षेत्र का इलाहाबाद बैंक अगले वित्त वर्ष में पूंजी जुटाने पर विचार कर रहा है। इलाहाबाद बैंक हाल में ही त्वरित एवं सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) की प्रक्रिया से बाहर आया है।
रिजर्व बैंक ने फरवरी में इलाहाबाद बैंक को कमजोर बैंकों की सूची से हटा दिया था। इलाहाबाद बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एस एस मल्लिकार्जुन राव ने कहा कि बैंक साधारण बीमा संयुक्तउद्यम यूनिवर्सल सोम्पो में अपनी हिस्सेदारी की बिक्री के विकल्प पर विचार कर रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बैंक 2019 में मुनाफे में आ जाएगा। सरकार ने बैंक में पूंजी नियामकीय जरूरतों को पूरा करने के लिए डाली है। उन्होंने कहा कि वृद्धि के लिए हालांकि कुछ पूंजी की जरूरत है लेकिन हम इसको लेकर चिंतित नहीं हैं। राव ने कहा कि सेबी की जरूरत के हिसाब से सरकार के पास अभी बैंक में अपनी और हिस्सेदारी का विनिवेश करने की गुंजाइश है।
