नई दिल्ली/एजेंसी। देश में पत्रकारिता की शिक्षा देने वाला प्रतिष्ठित भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) वर्तमान सत्र से ही अब पत्रकारिता के साथ-साथ अपने छात्रों को भरत मुनि के नाट्य शास्त्र और परफॉर्मिंग आर्ट्स में पुरानी कलाओं की भी शिक्षा देगा। जानकारी के अनुसार संस्थान ने नेपाली स्कॉलर डॉक्टर निर्मला मणि अधिकारी के नाट्य शास्त्र पर आधारित संचार मॉडल के आधार पर यह कोर्स तैयार किया है। इस कोर्स में मूल रूप से भारत की पुरानी कलाओं के साथ-साथ समकालीन इतिहास और लोकतंत्र के बारे में बताया जाएगा। हालांकि भारतीय संचार मॉडल पहले से ही माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों में पहले से ही पढ़ाए जा रहे हैं। अब यह मॉडल आईआईएमसी के भावी पत्रकारों को भी पढ़ाए जाएंगे। गौरतलब है कि इससे पहले भी आईआईएमसी के डायरेक्टर जनरल केजी सुरेश पर पहले भी संस्थान के भगवाकरण के आरोप लगते रहे हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि भारतीय संचार मॉडल किसी भी तरह से छात्रों पर धार्मिक विचार थोपने के उद्देश्य से नहीं पढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को इतिहास में संचार के साथ-साथ भारत की उपलब्धियों के बारे में बताना है।
नाट्य शास्त्र और पुरातन कला प्रबंध पर नये कोर्स लाएगा आईआईएमसी
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