नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने सरकारी स्वामित्व वाली नेशनल इंश्योरेंस कंपनी की लंबी अवधि की रेटिंग एए प्लस से घटाकर एए कर दी है। साथ ही लंबी अवधि की रेटिंग का परिदृश्य स्थिर से संशोधित कर नकारात्मक कर दिया। नेशनल इंश्योरेंस कंपनी पर इक्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, अंडरराइटिंग प्रदर्शन में कमजोरी जारी रहने के चलते लाभ पर दबाव पड़ा है। साथ ही मोटर व स्वास्थ्य बीमा क्षेत्रों में इनके पोर्टफोलियो का उच्च संकेंद्रण है, जिसकी वजह से इनका सॉल्वेंसी अनुपात कमजोर है और यह नियामक के न्यूनतम स्तर से नीचे है। इन वजहोंं से रेटिंग में कमी की गई है।
नेशनल इंश्योरेंस कंपनी का सॉल्वेंसी अनुपात वित्त वर्ष 2019 में नियामक के न्यूनतम स्तर से कम रह सकता है क्योंकि अतिरिक्त कर्ज जुटाने की गुंजाइश कंपनी के पास काफी कम है, साथ ही अल्पावधि में सरकार की तरफ से इसे पूंजी दिए जाने का कोई संकेत भी नहीं है। हालांकि रेटिंग एजेंसी का मानना है कि अगर कंपनी अपना सॉल्वेंसी अनुपात सुधारने में सक्षम होती है या सरकार की तरफ से इसे पूंजी मिलती है तो इसके परिदृश्य को नकारात्मक से स्थिर किया जा सकता है। वित्त वर्ष 2019 की पहली छमाही में कंपनी का सॉल्वेंसी अनुपात 1.21 रहा। नियामक की तरफ से सॉल्वेंसी के न्यूनतम अनुपात की अनिवार्यता 1.5 है। वित्त वर्ष 2019 की पहली छमाही में कंपनी का संयुक्त अनुपात 142.3 फीसदी था जबकि वित्त वर्ष 2018 की पहली छमाही में यह 118.9 फीसदी रहा था।
