फ्रांस/एजेंसी। फ्रांस से जेट लड़ाकू विमान की पहली खेप मिलने के बाद भारतीय वायुसेना ने 36 राफेल लड़ाकू विमानों की अगली खेप खरीदने के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। खबरों के मुताबिक इस डील की लागत पिछले रक्षा सौदे की तुलना में सिर्फ 60 फीसदी ही होगी।
भारतीय वायु सेना का बेड़ा दिन-प्रतिदिन मजबूत होता जा रहा है। पिछले साल सितंबर में फ्रांस के साथ हुई 36 जेट विमानों की डील के बाद इंडियन एयरफोर्स 36 राफेल लड़ाकू विमान की अगली खेप हासिल करने के लिए मजबूती के साथ तैयार है। बता दें कि लंबे इंतजार के बाद पिछले साल नवंबर में रक्षामंत्री मनोहर परिकर ने भारत-फ्रांस के बीच 36 राफेल विमानों के लिए करीब 59000 करोड़ की डील पर हस्ताक्षर किया था।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि अपनी दीर्घकालिक योजनाओं के तहत भारतीय वायुसेना ने 36 अतिरिक्त राफेल लड़ाकू विमान के परिचालन की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कुछ प्रस्तुतीकरण किए हैं। इसके साथ ये दलील दी गई है कि रुस के द्वारा विकसित किए जाने वाले पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान (एफजीएफए) की तुलना में फ्रेंच फाइटर्स काफी सस्ते साबित होंगे।
भारतीय वायु सेना ने रक्षा मंत्रालय को बताया कि हसीमारा और अंबाला एयरबेस के बुनियादी ढांचों में दो राफेल स्क्वाड्रनों को समायोजित किया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि इससे 36 अतिरिक्त लड़ाकू विमान के इंडक्शन कॉस्ट में कटौती होगी।
