नई दिल्ली- सरकार द्वारा किसानों को अपनी मेहनत की उचित मजदूरी दिलवाने के लिए उड़द व मूंग की नई फसल आने से पहले आयात पर प्रतिबंध लगा दिया जिससे सभी बाजारों में गिरते भाव को विराम लगने के बाद 200/300 रुपए का उछाल आ गया।
जैसा कि हम देेख रहे हैं कि विगत्ï एक वर्ष से दलहनों का बाजार लगातार टूटता जा रहा था। इसका सीधा प्रभाव दलहन उत्पादक किसानों पर भारी घाटे के रूप में पड़ा है। इसके साथ-साथ स्टॉकिस्ट कारोबारी भी भारी घाटे की मार झेल चुके हैं। इसे देखकर सरकार द्वारा पहले तुवर के आयात पर प्रतिबंध लगाया तथा अब उड़द व मंूग के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया। इसका नोटीफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। उसमें कहा गया है कि उक्त दोनों दलहनों का आयात 3 लाख टन से अधिक नहीं होगा, जो लगभग हो चुका है। यह खबर बाजारों में आग की तरह फैल गयी जिससे 200/300 रुपए की तेजी आ गयी। $गौरतलब है कि कम बरसात होने से मूंग की फसल राजस्थान में कम आने की संभावना है। इसके साथ-साथ आयात पर भी बैन लग गया जिससे रांची लाइन की मूंग 5100 रुपए पर 200 रुपए बढ़ गयी। इलाहाबाद-कानपुर लाइन के भाव 200 रुपए बढ़ाकर बोले गये। चूरू, शेखावटी, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर लाइन में फसल अच्छी नहीं है। नागौर लाइन भी इस बार खाली है जिससे मूंग में और तेजी के आसार बन गये हैं। $गौरतलब है कि यूपी, बिहार में नीचे में मंूग 3600/3700 रुपए बिक गयी है, जबकि समर्थन मूल्य 5000 से ऊपर है। अत: बैन लगाना उचित कदम है। इसी तरह उड़द भी नई फसल अगले महीने आएगी। उससे पहले सरकार ने बैन लगाकर किसानों को बचा लिया है। इस खबर के आते ही उड़द भी 200/250 रुपए बढ़कर एसक्यू 5600 रुपए, चंदौसी लाइन की 4650 रुपए एवं एफएक्यू 4500 रुपए पर जा पहुंची। इसमें भी बैन की हवाबाजी में 200/400 रुपए और बढ़ सकते हैं।(एनएनएस)
सरकार ने उड़द-मूंग के आयात पर लगाया प्रतिबंध
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