मुंबई। वैश्विक स्तर पर सोने की मांग 2019 की पहली तिमाही के दौरान सात प्रतिशत बढक़र 1,053.3 टन पर पहुंच गई। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय बैंकों की स्वर्ण खरीद बढऩे और सोना आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की वृद्धि की वजह से सोने की मांग बढ़ी है।
वर्ष, 2018 की पहली तिमाही में सोने की वैश्विक मांग 984.2 टन रही थी। डब्ल्यूजीसी की पहली तिमाही में सोने की मांग के रुख पर रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी-मार्च के दौरान केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद 68 प्रतिशत बढक़र 145.5 टन रही। इससे पिछले साल की समान तिमाही में केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद 86.7 टन रही थी। डब्ल्यूजीसी के प्रबंध निदेशक (भारत) सोमसुंदरम पीआर ने कहा, ‘‘केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीद की अगुवाई रूस के केंद्रीय बैंक ने की। रूस के केंद्रीय बैंक ने तिमाही के दौरान 55.3 टन सोना खरीदा। चीन ने भी 33 टन सोने की खरीद की। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी इस दौरान 8.4 टन सोना खरीदा।’’ सोमसुंदरम ने कहा कि विविधीकरण और सुरक्षित, तरल संपत्ति की इच्छा की वजह से सोने की मांग बढ़ी है। तिमाही के दौरान निवेश के लिए सोने की मांग तीन प्रतिशत बढक़र 298.1 टन रही जो इससे पिछले साल की समान तिमाही में 288.4 टन रही थी।