जयपुर/कासं। उदयपुर के गुलाब बाग में विश्व स्तरीय बर्ड पार्क की स्थापना को लेकर विषय विशेषज्ञों के उपयोगी सुझाव एवं प्रभावी कार्ययोजना को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला संभागीय आयुक्तालय सभागार में शुरू हुई। गृहमंत्रीगुलाबचंद कटारिया व वन एवं पर्यावरण मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर के आतिथ्य में आरंभ हुई कार्यशाला में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर सभी वैज्ञानिक पहलुओं को ध्यान में रखकर मॉडल बर्ड पार्क के निर्माण पर जोर दिया गया।
गृहमंत्री कटारिया ने आरंभिक सत्र में कहा कि बर्ड पार्क की स्थापना के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। विश्व स्तरीय बर्ड पार्क की कल्पना को मूर्तरूप देने में विषय विशेषज्ञों, वास्तुविदों को अपनी विशेषज्ञता सिद्ध करते हुए टॉप मॉडल के रूप में बर्ड पार्क बनाना है जो पर्यटकों के साथ ही शोधार्थियों के लिए उपयोगी साबित हो। कटारिया ने उदयपुर के निकटवर्ती बाघदडा, जयसमंद जैसे स्थलों के विकास की एकीकृत कार्ययोजना बनाने का सुझाव दिया जिससे उनके विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
वन एवं पर्यावरण मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि वर्तमान काल राजस्थान के लिए स्वर्णिम युग है जब चहुंओर से राज्य के विकास को तीव्र गति मिली है। उन्होंने कहा कि विश्वभर की पक्षी प्रजातियों के साथ ही स्थानीय प्रजाति की बेहतरीन संरक्षण के साथ ही पर्यटन एवं शोध के केन्द्र के रूप में उदयपुर के बर्ड पार्क की कल्पना साकार करने के लिए यह कार्यशाला बुलाई गई है जिसके बेहतरीन परिणाम आएंगे।
उन्होंने कहा कि उदयपुर में वल्र्ड क्लास बर्ड पार्क के लिए सिंगापुर बर्ड पार्क पर दीर्घावधिक कार्य करने वाली एजेन्सी से मास्टर प्लान बनाया गया है जिसमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखने वाले अनुभवी विशेषज्ञों के सुझावों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने राज्य में वन एवं पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि सरिस्का के लिए 100 करोड़ की परियोजना स्वीकृत की गई है।
उदयपुर में बनेगा विश्व स्तरीय बर्ड पार्क, योजना को लेकर विशेषज्ञों की कार्यशाला
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