नई दिल्ली- यूपी व एमपी में तिल की फसल में पोल आ गयी हैै। दूसरी ओर इस बार आयात सौदे बहुत कम हुए हैं। फिलहाल तेजी के बाद थोड़ा बाजार दबा हुआ है, लेकिन अगले सप्ताह से फिर तेजी शुरू हो जाएगी तथा 10 रुपए किलो की तेजी सितम्बर प्रथम सप्ताह में आ सकती है।
यूपी-एमपी में नए सीजन से 8 महीने तक तिल में मंदा चलने से किसानों द्वारा तिल की बिजाई ललितपुर, झांसी, ग्वालियर, मऊरानीपुर, शहडौल, छतरपुर, नौगांव, इलाहाबाद, कोशाम्बी, ऊरई, ज्ञानपुर, माधोसिंह, राठ एवं औरय्या आदि क्षेत्रों में औसतन बिजाई 40 प्रतिशत कम हुई है। इसके अलावा आयातकों को भारी नुकसान लगने से आगे के सौदे शिपमेंट वाले इस बार नाममात्र हुए हैं। इन हालातों को देखते हुए भविष्य में तिल शॉर्टेज में आ जाएगी। अभी चालू माह के अंतराल 10/12 रुपए प्रति किलो की तेजी आने के बाद 3 रुपए किलो का मंदा आ गया है। ग्वालियर में 75 रुपए एवं कानपुर में 78 रुपए बिकने के बाद वर्तमान में 72/75 रुपए रह गयी है। छतरपुर लाइन में भी बाजार बढऩे के बाद थोड़ा दब गया है। ग़्ाौरतलब है कि आउटसाइडर व्यापारियों का माल कट चुका है तथा नई फसल के आने में अभी एक महीने का समय बाकी है। अभी तक खड़ी फसल को देखते हुए 3.5 लाख टन से ज्यादा फसल आने का अनुमान नहीं है, जो 10 लाख टन तक आती थी। गत वर्ष भी फसल लगभग इतनी ही हुई थी, लेकिन सूडान, नाइजीरिया एवं अफ्रीकन देशों के माल मंदे में आ जानेे से जुलाई के अंत तक बाजार नहीं उठ पाया। इसमें स्टॉकिस्टों के साथ-साथ आयातकों को भी नुकसान लगा था, जिससे इस बार आयात सौदे कम हुए हैं।(एनएनएस)
तिल की फसल में अगले सप्ताह से तेजी की उम्मीद
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