Tuesday, December 9, 2025 |
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Elecrama 2025 ने भारत के विद्युत उपकरण उद्योग को वैश्विक निर्यातक बनाने की ओर बढ़ाया बड़ा कदम!

by Business Remedies
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बिजनेस रेमेडीज/ग्रेटर नोएडा। इलेक्रामा 2025 भारत के ऊर्जा और विद्युत क्षेत्र के भविष्य को दिशा देने वाला प्रमुख मंच बना हुआ है। यहां उद्योग जगत, नीति निर्धारकों और विशेषज्ञों के बीच रणनीतिक चर्चाएं हो रही हैं, जिससे नई नीतियों और नवाचारों का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। इस मंच पर उद्योग सहयोग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे भारत वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कर सके।

इलेक्रामा 2025 के पहले दिन आयोजित सीईओ राउंडटेबल ने ऊर्जा क्षेत्र के भविष्य पर एक महत्वपूर्ण संवाद की नींव रखी। इस सत्र में 120 से अधिक उद्योग जगत के दिग्गजों, नीति निर्धारकों और वैश्विक विशेषज्ञों ने भाग लिया और ऊर्जा रूपांतरण, स्मार्ट ग्रिड, स्वच्छ गतिशीलता (क्लीन मोबिलिटी) और एआई-संचालित विद्युत प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की। इन चर्चाओं ने इस बात को रेखांकित किया कि भारत अपनी ऊर्जा अवसंरचना (पावर इंफ्रास्ट्रक्चर) को मजबूत करने, नवाचार को प्रोत्साहित करने और नेट-ज़ीरो लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उद्योग और सरकार के बीच रणनीतिक सहयोग को आगे बढ़ा रहा है। इसी गति को बनाए रखते हुए, इलेक्रामा 2025 के दूसरे दिन मंच पर पंकज अग्रवाल, सचिव, विद्युत मंत्रालय, और गुरदीप सिंह, सीएमडी, एनटीपीसी की उपस्थिति रही। इससे यह स्पष्ट हुआ कि सरकार भारत की ऊर्जा क्रांति को तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। पंकज अग्रवाल, सचिव, विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार, ने इलेक्रामा 2025 में उच्चस्तरीय चर्चाओं में भाग लिया। उन्होंने सीईओ राउंडटेबल में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जहां उन्होंने तकनीक-संचालित, सशक्त और सतत ऊर्जा क्षेत्र के लिए सरकार की दूरदृष्टि पर अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए। भारत के बदलते ऊर्जा परिदृश्य पर बात करते हुए, श्री पंकज अग्रवाल ने कहा, “भारत वैश्विक स्तर पर विद्युत उपकरणों का एक प्रमुख निर्यातक बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

हमारे घरेलू विनिर्माण क्षमता में वैश्विक कंपनियों की गहरी रुचि दिख रही है। सरकार इस उद्योग को हरसंभव समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है—चाहे वह नीतिगत ढांचा हो, प्रमुख कच्चे माल तक पहुंच हो या परीक्षण अवसंरचना। इलेक्रामा 2025 जैसे मंच उद्योग जगत के नेताओं को राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ कदम मिलाने और ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने का आदर्श अवसर प्रदान करते हैं।”
घरेलू विनिर्माण और स्वच्छ ऊर्जा निर्यात को बढ़ावा देने की सरकार की पहल को और मजबूत करते हुए, एनटीपीसी के सीएमडी, गुरदीप सिंह ने ऊर्जा दक्षता बढ़ाने, नवीकरणीय क्षमता के विस्तार और एआई-संचालित विद्युत प्रबंधन समाधानों के एकीकरण पर एनटीपीसी की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

उन्होंने कहा, ” इलेक्रामा 2025 भारत के तेजी से विकसित हो रहे विद्युत क्षेत्र का सशक्त प्रमाण है। यहां प्रदर्शित अत्याधुनिक उत्पाद और मशीनरी ‘मेक इन इंडिया’ पहल की सफलता को दर्शाते हैं। मजबूत विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र और वैश्विक भागीदारी के बढ़ते स्तर के साथ, भारत न केवल अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार है, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाले विद्युत उपकरणों का एक प्रमुख निर्यातक बनने की दिशा में भी अग्रसर है।

एनटीपीसी थर्मल दक्षता को अनुकूलित करके, रिन्युएबल एनर्जी क्षमता को बढ़ाकर और अत्याधुनिक तकनीक का लाभ उठाकर इस बदलाव को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।” श्वरुश्वष्टक्र्ररू्र 2025 के दूसरे दिन ‘वीमेन इन पावर’ सत्र ने ऊर्जा क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व को उजागर किया। इस सत्र में नीति निर्माताओं, उद्योग विशेषज्ञों और प्रभावशाली बदलाव लाने वाले नेताओं ने हिस्सा लिया, जहां उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र में महिला पेशेवरों के योगदान, अवसरों और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की।



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