नई दिल्ली। आपूर्ति कमजोर होने से एक पखवाड़े के दौरान सीपीओ के भाव 100 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गये। भविष्य में इसमें मंदे की संभावना कम है। बाजार मजबूत रह सकता है।
आप सुधी पाठको को समय-समय पर सीपीओ की तेजी मंदे के बारे में खबरे पढऩे को मिलती रहती है इसी तारतम्य में ताजा सर्वें के अनुसार विदेशों में सीपीओ के भाव 30 डॉलर बढक़र 700 डॉलर प्रति टन हो जाने तथा वनस्पति घी निर्माताओं की लिवाली सेे कांदला में एक पखवाड़े के दौरान इसके भाव 100 रुपए बढक़र 4550 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। सटोरिया लिवाली बढऩे से केएलसी में क्रूड पाम तेल वायदा सितंबर डिलीवरी के भाव 130 रिंगिट बढक़र 2730 रिंगिट तथा अक्तूबर डिलीवरी के भाव 2735 रिंगिट पर टन हो गया। हालांकि उक्त अवधि के दौरान विदेशों में कच्चा तेल की कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव बना रहा। लेकिन विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर की तुलना में रुपए की कीमतों में कमजोरी का रूख होने से तेल की तेजी को बल मिला। यूएसडीए द्वारा 2017-18 के दौरान वैश्विक पाम ऑयल का उत्पादन बढऩे की संभावना व्यक्ति की गई है। इंडोनेशिया में पाम तेल का उत्पादन 20 मिलियन टन के लगभग होने की संभावना व्यक्त की गई है।(एनएनएस)
आपूर्ति कमजोर होने से सीपीओ में मंदी के आसार कम
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