मुंबई। रत्न एवं आभूषणों का निर्यात अगस्त माह में 12.29 प्रतिशत घटकर 20,242.20 करोड़ रुपये रह गया। इसके लिये बाजार में नकदी की तंगी के चलते आभूषण विनिर्माण में आई कमी को बड़ी वजह माना जा रहा है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के आंकड़ों के मुताबिक इससे पहले अगस्त 2018 के दौरान आभूषण निर्यात 23,077.26 करोड़ रुपये का हुआ था। जीजेईपीसी के उपाध्यक्ष कोलिन शाह ने बताया, ”जिस उद्योग को वैश्विक नेतृत्वकारी स्थिति तक पहुंचने में 50 साल लग गए आज वह उथल-पुथल की स्थिति में है। ऐसा कुछ लोगों की गड़बडिय़ों की वजह से इस व्यापार के बारे में बैंकों और सरकार में गलत धारणा बनने की वजह से हुआ।ÓÓ चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अगस्त की अवधि के दौरान रत्न और आभूषणों का कुल निर्यात 6.42 प्रतिशत घटकर 1,06,902.23 करोड़ रुपये रहा जो कि पिछले साल की समान अवधि में 1,14,236.15 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि, स्वर्णाभूषणों के निर्यात की यदि बात की जाये तो अगस्त में इनका निर्यात 8.63 प्रतिशत बढ़कर 6,517.80 करोड़ रुपये रहा जो अगस्त 2018 में 6,000.24 करोड़ रुपये रहा था। अप्रैल से अगस्त की अवधि में स्वर्ण आभूषणों का कुल निर्यात 1.58 फीसदी घटकर 34,982.69 करोड़ रुपये रहा जो अप्रैल से अगस्त, 2018 के दौरान 35,544.47 करोड़ रुपये का हुआ था।