उदयपुर/निसं। देना बैंक ने मुद्रा योजनान्तर्गत मिले लक्ष्य की पूर्ति हेतु कृषि, रिटेल व सूक्ष्म तथा लघु उद्योगों को प्राथमिकता देते हुए उदयपुर संभाग के चार सौ से अधिक ग्राहकों को 50 करोड़ रुपये के ऋण बैंक के चेयरमैन एवं मुख्य प्रबन्ध निदेशक अश्वनी कुमार ने होटल पारस महल में आयोजित समारोह में वितरित किये।
इस अवसर पर प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि बैंक अपने यहां भी बचत खातों पर जमा दर में कटौती करेगा। उन्होंने कहा कि बैंकों के मर्जर होने से एनपीए पर तो कोई असर नहीं बढ़ेगा, लेकिन बैंक लागत में कमी आएगी एवं कार्यक्षमता में वृद्धि होगी तथा स्त्रोतों में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि डिजिटल ट्रांजेक्शन के तहत कम रूपये के ट्रांजेक्शन में बैंक द्वारा बहुत कम या नहीं के बराबर चार्जेज लिये जाते है। बैंक द्वारा दी जा रही सुविधाओं के मुकाबले चार्जेज बहुत कम है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा डिजिटल ट्रांजेक्शन पर लिये जाने वाले चार्जेज का समय-समय पर रिव्यू भी किया जाता है। नेटवर्क की कमी के कारण किसी भी छोटे स्थान पर डिजिटल ट्रांजेक्शन रोके नहीं गये है। वहां नकद में ट्रांजेक्शन को बढ़ावा दिया गया है।
अश्वनी कुमार ने बताया कि बैंक राज्य में 50 शाखाओं के माध्यम से आमजन को बैंकिंग सुविधाएं पहुंचा रहा है। बैंक को पूरे देश में मुद्रा योजना के तहत ऋण प्रदान करने का 23 प्रतिशत का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि किसी भी बैंक का प्रबन्धन मर्जर चाहता जबकि यूनियन मर्जर के खिलाफ है। इसी कारण बैंकों की हड़ताल होती रहती है।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में संभाग के 400 से अधिक ग्राहकों की उपस्थिति रही। समारोह में बैंक के उत्तर भारत के परिचालय फील्ड महाप्रबन्धक बी.आर.दास ने प्रारम्भ में ग्राहकों का स्वागत किया तथा बैंक द्वारा चलायी जा रही विभिन्न बैंकिंग योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर अंत में बैंक के जयपुर अंचल के महाप्रबन्धक भवानीसिंह राठौड़ ने आभार ज्ञापित किया। प्रारम्भ में दीप प्रज्जवलन सबसे वृद्ध ग्राहक से कराया।
देना बैंक ने मुद्रा योजनान्तर्गत किये 50 करोड़ के ऋण वितरित किये
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