नई दिल्ली। देसी चने का उत्पादन अधिक होने से यूपी की मिलों में एमपी का माल पड़ते में उतर रहा है। जिससे कानपुर, इंदौर व कटनी लाइन से चने की दाल बिहार, बंगाल, उड़ीसा के लिए पड़ते में जाने से दिल्ली के नरेला, लॉरेंसरोड, बवाना, राई की मिलों से चने दाल का पड़ता चालानी में कम लग रहा है। वहीं डिब्बे में सटोरियों की बिकवाली से अक्तूबर-नवम्बर वायदा काफी टूट जाने से खड़ी मोटर में राजस्थानी चना लॉरेंसरोड पर 250 रुपए टूटकर 6100 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। महाराष्टï्र के चने में उसी अनुपात में मंदा आ गया। दाल के भाव भी 200 रुपए टूटकर 7050/7250 रुपए प्रति क्विंटल रह गये। इसके समर्थन में अन्य दालें भी 100/200 रुपए और गिर गयी। उड़द में भी महाराष्टï्र, कर्नाटक एवं एमपी में नये माल आ जाने से दालमिलों की मांग ठंडी पड़ गयी। वहीं आयातकों की घबराहटपूर्ण बिकवाली से 200 रुपए टूटकर एसक्यू 5900 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। छोटे दाने वाला उड़द भी 4700/4800 रुपए रह गया। दाल छिलका व धोया में भी 200/300 रुपए निकल गये। काबली चना भी ग्राहकी कमजोर होने एवं स्टॉकिस्टों की बिकवाली से 200/300 रुपए गिरकर कर्नाटक का 10300/10400 रुपए रह गया। एनएनएस
बिकवाली से राजस्थानी चने में आई गिरावट
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