Saturday, January 25, 2025 |
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दूसरे बैंक केATM का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं कस्टमर्स

by admin@bremedies
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मुंबई- बैंकों ने एक तरफ नए एटीएम लगाने की योजना पर ब्रेक लगा दिया है तो दूसरी तरफ सिस्टम में डेबिट कार्ड्स का यूज लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसके चलते कस्टमर्स को कैश निकालने के लिए पहले से ज्यादा बार दूसरे बैंकों के एटीएम पर जाना पड़ रहा है। एनपीसीआई और आरबीआई के डेटा के मुताबिक, पिछले छह महीने से इस ट्रेंड ने जोर पकड़ा है।
नोटबंदी से पहले 40 पर्सेंट कस्टमर्स दूसरे बैंक का एटीएम यूज किया करते थे, जो बाद में बढक़र लगभग 55 पर्सेंट हो गया। बैंकर्स का कहना है कि इससे बैंकों को ज्यादा इंटरचेंज फीस चुकानी पड़ रही है। चालू एटीएम की संख्या पहले से कम हो गई है।
हिताची पेमेंट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर लोनी एंटनी का कहना है कि नोटबंदी से पहले 60 पर्सेंट कस्टमर्स ट्रांजैक्शन के लिए अपने बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करते थे। अब यह 50-50 पर्सेंट हो गया है। इस ट्रेंड की पुष्टि आरबीआई और एनपीसीआई के डेटा से भी हुई। जून में कुल 66 करोड़ डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन हुए थे, जिनमें से कस्टमर्स ने 37 करोड़ ट्रांजैक्शन के लिए दूसरे बैंक के एटीएम का इस्तेमाल किया जो 56 पर्सेंट के बराबर है।
जनवरी और अप्रैल में भी कुछ ऐसा ही हुआ था। अगर ट्रेंड की तुलना नोटबंदी से महीने भर पहले अक्टूबर 2016 के डेटा से करें तो उस महीने कुल 80.2 करोड़ एटीएम ट्रांजैक्शन हुए थे। कस्टमर्स 52 पर्सेंट ट्रांजैक्शन अपने बैंक के एटीएम से करते पाए गए जबकि दूसरे बैंकों के एटीएम यूज करनेवालों का पर्सेंटेज 48 रहा। एनसीआर कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर, इंडिया और साउथ एशिया नवरोज दस्तूर कहते हैं, ट्रेंड में शिफ्टिंग की दूसरी वजह यह हो सकती है कि सरकारी बैंकों ने जन धन योजना के तहत डेबिट कार्ड्स जारी किए हैं और ऐसे कार्ड होल्डर्स ने अब ट्रांजैक्शन करना शुरू कर दिया है। छोटे सरकारी बैंकों के पास कम एटीएम का नेटवर्क है इसलिए मुमकिन है कि वे लोग दूसरे बैंकों के एटीएम यूज कर रहे हों। बैंक भी कस्टमर से पैसा लेते है लिमटी से ज्यादा ट्रांसेक्शन के वो भी दूसरे एटम उसे कटे पे दस्तूर बताते हैं कि एटीएम मार्केट में प्राइवेट बैंकों के बीच एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और सरकारी बैंकों में एसबीआई का दबदबा है।
इससे छोटे पब्लिक सेक्टर बैंकों के बहुत से कस्टमर्स दूसरे बैंकों के एटीएम के जरिए ज्यादा ट्रांजैक्शन कर रहे हैं। इसकी वजह नोटबंदी के बाद डेबिट कार्ड्स के इस्तेमाल में हुई बढ़ोतरी है।



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