नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के 2019-20 के बजट में प्रति व्यक्ति आय, खपत और उत्पादकता बढ़ाकर अगले पांच साल में देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर तक पहुंचाने का खाका पेश किया है। अर्थव्यवस्था की तुलना केक से करते हुए मोदी ने कहा, ”केक का आकार महत्वपूर्ण है। केक का आकार जितना बड़ा होगा लोगों को उतना ही बड़ा हिस्सा मिलेगा। इसलिए हमने भारत की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने का लक्ष्य रखा है। अर्थव्यवस्था का आकार जितना बड़ा होगा यह देश में उतनी ही समृद्धि लाएगा।ÓÓ अंतर्राष्ट्रीय स्तर का उदाहरण देते हुए मोदी ने कहा कि जिन देशों ने विकासशील से विकसित होने की छलांग लगायी है वह प्रति व्यक्ति आय के आधार पर ही लगायी है। मोदी ने कहा, ”भारत भी यह कर सकता है। यह लक्ष्य इतना मुश्किल नहीं है। जब प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी तो उससे उनकी यशक्ति भी साथ में बढ़ेगी। इससे मांग में वृद्धि होगी। इस मांग की पूर्ति के लिए उत्पादन में वृद्धि होगी और सेवाओं का विस्तार होगा। इन सबसे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। प्रति व्यक्ति आय बढऩे से बचत भी बढ़ेगी।ÓÓ मोदी ने कहा कि कुछ लोग पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाए जाने के लक्ष्य पर भी सवाल उठाएंगे। ”मैं ऐसे लोगों को पेशेवर निराशावादी कहता हूं। यह लोग आम आदमी से दूर होते हैं और अगर आप उनसे समाधान मांगेंगे तो वह आपको संकट में डाल देंगे।ÓÓ उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के तरीकों पर बहस हो सकती है लेकिन पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य पर सवाल उठाना गलत है।
