मुंबई। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 21 दिसंबर को समाप्त पखवाड़े में बैंकों द्वारा दिया गया कुल कर्ज 15.11 प्रतिशत बढ़ कर 92,87,000 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
इस दौरान जमा राशि भी वाषिक आधार पर 9.22 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 118,18,000 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई। एक साल पहले इसी अवधि में बैंकों ने कुल 80,68,000 लाख करोड रुपए के कर्ज दे रखे थे और उनके पास जमा राशि 108,21,000 लाख करोड़ रुपए थी। इससे पिछले पखवाड़े के दौरान भी बैंकों में ऋण और जमा राशि में वृद्धि का रुख उत्साहवर्धक रहा था।
बैंकों की ऋण वृद्धि में तेजी का रुख बनने का आर्थिक वृद्धि और रोजगार पर अनुकूल असर होगा। एमएसएमई क्षेत्र को बैंक ऋण के मामले में दी गई छूट से भी इसमें और तेजी आ सकती है। रिजर्व बैंक की सप्ताहांत जारी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च से सितंबर 2018 के दौरान बैंकों में ऋण वृद्धि में सालाना आधार पर जो वृद्धि दर्ज की गई उसमें निजी क्षेत्र के बैंकों का योगदान अधिक रहा। इस दौरान निजी क्षेत्र के बैंकों की ऋण वृद्धि 21.3 प्रतिशत से बढक़र सिंतबर 2018 में 22.5 प्रतिशत पर पहुंच गई। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रदर्शन में भी सुधार देखा गया। मार्च 2018 में सरकारी बैंकों की ऋण वृद्धि जहां 5.9 प्रतिशत थी वहीं सितंबर 2018 में यह 9.1 प्रतिशत पर पहुंच गई। इस दौरान सरकारी बैंकों में जमा राशि की वृद्धि 3.2 प्रतिशत से बढक़र 5 प्रतिशत हो गई।
